ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए वो कुछ मिनट ऐतिहासिक रहे, जब चार मिनट के अंतराल पर ‘करामाती जुड़वां ‘ ने पैदा लिया. एक साथ टेस्ट क्रिकेट खेलने वाला यह पहला जुड़वां- स्टीव और मार्क वॉ आज (2 जून) 52 साल का हो गया. चार मिनट बड़े स्टीव के डेब्यू के पांच साल बाद मार्क ने टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा. आखिरकार यह जुड़वां ऑस्ट्रेलिया के लिए 108 बार टेस्ट में साथ-साथ खेला.यह भी पढ़े: चैपियंस ट्रॉफी 2017: इंग्लैंड-बांग्लादेश के मुकाबले में हुए ये 10 बड़े कारनामे
ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव को हटाकर मार्क को टीम में चुना
जनवरी 1991 में मार्क को स्टीव की जगह टेस्ट टीम में चुना गया. उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम में चुने जाने का जश्न शतक जमाकर मनाया. एशेज सीरीज के दौरान एडिलेड में मार्क ने 138 रनों की शानदार पारी की बदौलत टीम में अपनी जगह पक्की की. तीन महीने बाद ही स्टीव की भी टेस्ट टीम में वापसी हुई और इसके साथ ही 5 अप्रैल 1991 का दिन इतिहास बन गया. टेस्ट क्रिकेट में पहली बार किसी जुड़वां को साथ खेलते देखा गया.
खुद स्टीव ने मार्क के चुने जाने की खुशखबरी दी
दरअसल, स्टीव के टेस्ट टीम में चुने जाने के बाद मार्क भी अपना खेल निखारने में जुट गए थे. एक दिन स्टीव और मार्क के माता-पिता आपस में बातें कर रहे थे, ‘मार्क अब अच्छा खेलने लगा है. पता नहीं, वह दिन कब आएगा जब मार्क भी अपने देश की तरफ से खेलेगा.’ तभी स्टीव ने अंदर प्रवेश किया. उन्होंने उनकी बातें सुन ली थी. वह मुस्कराते हुए बोले, ‘आपकी बात सच हो गई है. अगले एशेज टेस्ट के लिए मार्क का चयन हो गया है.’
स्टीव से मां ने पूछा- किसे निकालकर मार्क को चुना ?
तभी अचानक स्टीव की मां ने उनसे पूछा- बेटा, मार्क के लिए सिलेक्टर्स ने किसे टीम से निकाला? स्टीव ने बड़े आराम से जवाब दिया ‘मुझे.’ इसके बाद तो उनके माता-पिता स्टीव को एकटक देखते रह गए. मार्क ने तुरंत स्टीव को गले से लगा लिया और बोले-काश! तेरे जैसा भाई सबके पास हो.
-जाने अनजाने फैक्ट्स
-स्टीव और मार्क टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले पहले जुड़वां रहे. न्यूजीलैंड का जुड़वां हामिश मार्शल और जेम्स मार्शल भी एक साथ टेस्ट क्रिकेट खेला चुका है. हामिश और जेम्स मार्च 2005 में (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) टेस्ट क्रिकेट में साथ-साथ मैदान पर उतरे.
-ऑस्ट्रेलिया ने 1987 में एलन बोर्डर की कप्तानी में पहली बार वर्ल्ड कप जीता था. इस टीम में युवा स्टीव के अलावा टॉम मूडी भी शामिल रहे. ऑस्ट्रेलिया ने जब 1999 में दूसरी बार वर्ल्ड कप जीता तब भी ये दोनों टीम में थे. स्टीव तो उस वर्ल्ड कप में कप्तान रहे.
-स्टीव वॉ ने अगस्त1998 में ऑस्ट्रेलिया-ए के खिलाफ एक प्रथम श्रेणी मैच और पांच वन-डे मैचों में आयरलैंड का प्रतिनिधित्व किया. दरअसल, वॉ का आयरलैंड दौरा आईसीसी के डेवलपमेंट प्रोग्राम का हिस्सा था.
– मार्क के करियर का वह खराब दौर था, जब 1998 में यह बात सामने आई कि उन्होंने और शेन वॉर्न ने चार साल पहले श्रीलंका दौरे के दौरान भारतीय सटोरिए से पैसे लिए थे.
टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन
– स्टीव वॉ : 168 टेस्ट, 260 पारी, 10927 रन, 200 उच्चतम, 51.06 औसत, 32 शतक, 50 अर्धशतक
– मार्क वॉ : 128 टेस्ट, 209 पारी, 8029 रन, 153* उच्चतम, 41.81 औसत, 20 शतक, 47 अर्धशतक