लखनऊ: एक जालसाज बैंक मैनेजर बनकर एक व्यक्ति को फोन किया और वेरीफीकेशन के नाम पर एटीएम कार्ड का पासवर्ड हासिल कर लिया और फिर खाते से डेढ़ लाख रुपये निकाल लिये। ठगी का शिकार हुए पीडि़त ने इस संबंध में हजरतगंज कोतवाली में धोखाधड़ी और साइबर क्राइम एक्ट की धारा में रिपोर्ट दर्ज करायी है।
सआदतगंज के नूर बाड़ी इलाके में एखान अस्करी अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनका हजरतगंज के जवाहर भवन स्थित स्टेट बैंक आफ पटियाला की शाखा में बचत खाता है। बीते 22 फरवरी को एखान के पास एक फोन आया। फोनकर्ता ने खुद को बैंक का मैनेजर बताया और जानकारी दी कि नोदबंदी के बाद से एटीएम कार्ड का वेरीफीकेशन का काम हो रहा है। फोनकर्ता ने बताया कि जिन लोगों का वेरीफीकेशन नहीं हुआ है, उनका खाता और एटीएम बंद कर दिया जायेगा। यह बात सुन एखान अस्करी कुछ सहम गये।
उन्होंने फोनकर्ता को बैंक मैनेजर समझ लिया। इसके बाद फोनकर्ता ने एखान से उनके खाते और एटीएम की पूरी जानकारी हासिल कर ली और फोन रख दिया। सारी जानकारियों हासिल करने के बाद जालसाज ने एखान अस्करी के बैंक खाते से 50-50 हजार रुपये करके डेढ़ लाख रुपये निकाल लिये। एखान अस्करी को जब बैंक की तरफ मैसेज मिला तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी।
सबसे पहले उन्होंने 24 फरवरी को इस संबंध में साइबर क्राइम सेल से लिखित शिकायत की। इसके बाद बीते 1 मार्च को वह हजरतगंज पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंचे और इस मामले में अज्ञात जालसाज के खिलाफ धोखाधड़ी और 66 आईटी एक्ट की धारा में रिपोर्ट दर्ज करायी। फिलहाल हजरतगंज पुलिस और साइबर क्राइम सेल इस मामले में छानबीन कर रही है।