भगवान शालिग्राम की सभी के घर में की जाती है. भगवान शालिग्राम को शिवलिंग का ही विग्रह रूप है जिसे पुराणों में भी बताया गया है. उनके अनुसार भगवान शिव के इसी रूप की पूजा की जाती है. आपको बता दें, शिवलिंग भगवान शिव हैं और शालिग्राम भगवान विष्णु जो भगवान शिव से ही जन्मे हैं. हिन्दू धर्म के लोग इनके बारे में अच्छे से जानते हैं और उन्हें अपने मंदिरों में भी रखते है. अगर आप नहीं जाने तो हम आपको बता देते हैं भगवान शालिग्राम के बारे में.
आपको बता दें, शालिग्राम का एक ही प्रसिद्द मंदिर है जो नेपाल के मुक्तिनाथ में स्थित है. यहाँ जाना काफी मुश्किल बताया गया है, कहा जाता है यहाँ पर वही जाते हैं जिन्हें अपने सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाती है. अधिकतर शालिग्राम नेपाल के मुक्तिनाथ में ही हैं और ये काली गण्डकी नदी के तट पर पाए जाते हैं. ये अक्सर काले और भूरे रंग के होते हैं लेकिन इनके अलावा सफ़ेद, नीले शालिग्राम और भी दुर्लभ बताये गए हैं. इसी के साथ आपको ये भी बता दें किस तरह करनी चाहिए शालिग्राम की पूजा.
घर में कभी भी एक से ज्यादा शालिग्राम ना हो, हमेशा एक ही शालिग्राम को पूजें.
शालिग्राम की पूजा करना बहुत उत्तम है जितना उत्तम भगवान विष्णु की मूर्ति की पूजा करना.
पुजा करते समय शालिग्राम को चन्दन लगाएं और उनके ऊपर एक तुलसी पत्ता रखें.
शालिग्राम की पूजा करते समय उन्हें पंचामृत से स्नान कराएं उसके बाद आगे की पूजा करें.
ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है और अपार वैभव आता है. इसके लिए आपको घर में शालिग्राम लाने होंगे और उनका नियमित रूप से पूजन करना होगा.