जयपुर। एटीएम कई दफा असली के साथ जाली नोट भी उगलता है। एटीएम से जाली नोट मिलने की शिकायत लेकर लोग बैंकों के प्रबंधन के पास भी जाते रहे। पर बैंके ये स्वीकार ही नहीं करती कि ये जाली नोट उनकी बैंक के एटीएम से निकला। पुलिस के पास भी ऐसी शिकायतें आती रहीं, लेकिन नतीजा सिफर। अब जयपुर पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो एटीएम के जरिए जाली नोट जनता की जेब में डालने का गोरखधंधा करता है।
ये गैंग बैंककर्मियों के साथ मिलीभगत से जाली नोट एटीएम के जरिए अलग-अलग खातों में जमा करा देती थी। गैंग का नेटवर्क देशभर में है। जयपुर के पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने बताया कि पश्चिम बंगाल से ये नकली नोट राजस्थान में सप्लाई किए जा रहे थे। एक लाख असली नोट के बदले स्थानीय गैंग को तीन लाख नकली नोट देती थी। ये नकली नोट बैंककर्मियों की मिलीभगत से अलग-अलग इलाकों की एटीएम में पहुंच जाते थे।
ये गैंग जालसाजी में शामिल होने वाले बैंककर्मियों को पचास फीसदी कमीशन भी देता था। जयपुर पुलिस ने जाली नोट का गोरखधंधा करने वाले गैंग के चार गुर्गों को जाली नोटों की डिलीवरी के समय जयपुर के कूकस में गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से तीन लाख के नकली नोट भी बरामद किए। जयपुर पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के आधार पर उन बैंक कर्मियों की तलाश कर रही है, जो जाली नोटों की सप्लाई की इस मिलिभगत में शामिल है।