दांपत्य जीवन में खटास इस कदर घर करने लगी है कि उनके बीच अब मौत अपनी जगह बना रही है। जनपद एट थाना के वर्ध गांव में ऐसी ही दो घटनाओं ने लोगों को झकझोर दिया। पति-पत्नी के बीच हुए मतभेद में तीन जिंदगियां खत्म हो गईं और दो परिवारों की दुनिया एक झटके में उजड़ गई। माता-पिता की मौत से तीन बहनें व एक भाई बेसहारा हो गए और परवरिश को लेकर भविष्य अंधकार में चला गया है।
घटना-1 : एक फंदे पर लटके मिले दंपती के शव
वर्ध गांव निवासी राजबहादुर ने घर का बंटवारा कर दिया था, जिसके एक हिस्से में बेटा अनिरुद्ध रहता है। वहीं दूसरे हिस्से में 40 वर्षीय राजू अपनी पत्नी 36 वर्षीय रजनी, तीन बेटियों और एक बेटे के साथ रह रहा था। स्वजन बताते हैं कि बुधवार रात किसी बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद हो गया था। सुबह देर तक दोनों कमरे से बाहर नहीं निकले तो भाई अनिरुद्ध ने झांककर देखा तो छत पर एक ही कुंडे से उनके शव लट रहे थे। पति-पत्नी के खुदकशी करने से घर में कोहराम मच गया। पुलिस ने ग्रामीणों और घरवालों से पूछताछ की। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि गलत संगत में पड़कर राजू शराब का लती हो गया था और जुआ भी खेलने लगा था, जिसे लेकर पत्नी से आए-दिन कलह होती थी। उनकी मौत के बाद तीन बेटियों व एक बेटे अब बेसहारा हो गए हैं और उनकी परवरिश कौन करेगा।
घटना-2 : पत्नी मायके से नहीं लौटी तो दी जान
वर्ध गांव में ही श्रीनारायण के बेटे 30 वर्षीय पोषक ने कमरे में फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। सुबह कमरे में फांसी के फंदे पर उसका शव लटका देखते ही घर में कोहराम मच गया। कुछ दिन पहले पति से विवाद होने पर पत्नी डेढ़ साल के बेटे को लेकर मायके चली गई थी। कई बार पोषक ने उसे लाने की कोशिश की पर वह नहीं आई। इससे आहत होकर पोषक ने फांसी लगाकर जान दे दी। थानाध्यक्ष कमलेश प्रजापति ने बताया कि आत्महत्या के तीनों मामलों में प्रारंभिक जांच के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। तीस वर्षीय युवक पोषक ने तनाव की वजह से कल ज्यादा शराब पी ली थी। उसके पिता ने बताया कि रात में वह बेटे को समझाता रहा, लेकिन जब सभी सो गए तो उसने खुदकुशी कर ली।