टीम इंडिया के टी-20 और वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टीम इंडिया की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है।क्रिकेट प्रेमियों को अब कैप्टन कूल यानी महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी देखने को नहीं मिलेगी। बुधवार को बीसीसीआई ने धोनी के इस हैरान कर देने वाले कदम का एलान किया। इसी के साथ धोनी की कप्तानी के शानदार सफर का सिलसिला भी थम गया है। कहा जा रहा है कि धोनी को चयनकर्ताओं ने इस बारे में संकेत दिए थे। वह इंग्लैंड के खिलाफ 15 जनवरी से शुरू हो रही टी-20 और वनडे सीरीज के लिए उपलब्ध रहेंगे।
बीसीसीआई के सीईओ ने धोनी के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा ‘हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी और बीसीसीआई की तरफ से मैं महेंद्र सिंह धोनी को बतौर कप्तान क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में टीम इंडिया की सेवा करने के लिए धन्यवाद देता हूं। उनके नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट ने सफलता की नई ऊंचाइयों को छुआ। उनकी सफलताओं के निशान भारतीय क्रिकेट के पटल पर हमेशा बने रहेंगे।
धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने बहुत बुलंदियों को छुआ। उनकी कप्तानी में ही टीम इंडिया साल 2011 में 28 साल बाद विश्व चैंपियन बनी थी। वह भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल कप्तान रहे। धोनी ने इसी तरह साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौर पर अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। धोनी ने जिस वक्त कप्तानी छोड़ी है उस वक्त बीसीसीआई अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है।
लेकिन इसी दौरान विजय रथ पर सवार टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली को तीनों फॉर्मेट का कप्तान बनाने की मांग भी हो रही थी।
धोनी ने टीम इंडिया के लिए 199 वनडे मैचों में कप्तानी की। जिनमें से 110 में उन्हें जीत हासिल हुई। 4 मैच बराबरी पर समाप्त हुए जबकि 11 मैचों का कोई परिणाम नहीं निकला। धोनी विश्व के एकमात्र कप्तान हैं जिन्होंने टी-20 विश्वकप, वनडे विश्वकप और चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब अपनी कप्तानी में जीते हैं।
धोनी ने टीम इंडिया के लिए 199 वनडे मैचों में कप्तानी की। जिनमें से 110 में उन्हें जीत हासिल हुई। 4 मैच बराबरी पर समाप्त हुए जबकि 11 मैचों का कोई परिणाम नहीं निकला। धोनी विश्व के एकमात्र कप्तान हैं जिन्होंने टी-20 विश्वकप, वनडे विश्वकप और चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब अपनी कप्तानी में जीते हैं।
2007 से 2016 तक 9 साल तक धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 62 टी-20 मैच खेले जिसमें से 36 में जीत और 24 में हार का सामना करना पड़ा। एक मैच टाई रहा।