दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में गंभीर इलाज के लिए भी पांच साल की वेटिंग की खबरें तो आपने बहुत पढ़ी होंगी। देश भर से लोग एम्स में इलाज कराने आते हैं। इस वजह से यहां लंबी लाइनें लगी होती हैं। ऐसे में इलाज के लिए लोगों को काफी जुगत लगानी पड़ती है।
शनिवार को एम्स अस्पताल में इलाज के लिए जुगत लगाने का ऐसा ही एक अनोखा मामला सामने आया। इलाज के लिए जुगाड़ लगा रहा युवक खुद मुन्ना भाई बनकर अस्पताल में पहुंच गया। हालांकि वह इलाज करा पाता इससे पहले ही उसकी पोल खुल गई और पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार युवक की पहचान गाजियाबाद के साहिबाबाद निवासी आशीष त्रिपाठी (25) के रूप में हुई है। शनिवार की सुबह करीब 11 बजे वह गर्भवती पत्नी को इलाज कराने के लिए एम्स अस्पताल ले गया था। पत्नी को एम्स में भर्ती कराने और बेहतर सुविधा दिलाने के लिए उसने डॉक्टर होने का नाटक किया।
इसके लिए वह बकायदा डॉक्टरों की तरह सफेद रंग का कोट (एप्रेन) पहनकर पहुंचा था। एप्रेन पहनकर युवक अस्पताल में घूम रहा था। इसी दौरान उसे एक गार्ड ने संदेह होने पर रोक लिया। गार्ड के रोकने पर आशीष ने रौब से बताया कि वह एम्स में ही डॉक्टर है। गार्ड को भरोसा नहीं हुआ तो उसने उसका पहचान पत्र मांग लिया। इस पर आशीष हड़बड़ा गया। वह गार्ड को अपना पहचान पत्र नहीं दिखा सका।
गार्ड ने अस्पताल प्रबंधन और पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची हौज खास पुलिस ने आशीष को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी पत्नी गर्भवती है और उसको एम्स में भर्ती कराने व बेहतर सुविधा दिलाने के लिए उसने डॉक्टर होने का नाटक किया था। वह मरीजों को डायलिसिस के बारे में बताता था। आशीष ने बताया कि उसने ऑपरेशन थियेटर एंड मैनेजमेंट में लखनऊ से डिप्लोमा कर रखा है। हौज खास थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
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