गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अजित सिंह इन दिनों आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के साथ एक तस्वीर को लेकर सवालों में घिरे हैं. स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, तस्वीर 5 सितंबर की है, जब श्री श्री रविशंकर पूर्वोत्तर के मूल निवासियों पर आयोजित एक सम्मेलन में हिस्सा लेने गुवाहाटी पहुंचे थे. यहां चीफ जस्टिस अजित सिंह उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव करने आए और खुद कार ड्राइव कर उन्हें अपने साथ ले गए.ट्रंप की इस अपील के बाद आज होगी भारत-अफगानिस्तान के बीच रणनीतिक बैठक….
मुख्य न्यायाधीश के इस कदम पर गुवाहाटी हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने सख्त ऐतराज जताया है. उसका कहना है कि चीफ जस्टिस ने हाईकोर्ट के नियमों का खुला उल्लंघन किया है. बार एसोसिएशन की कार्यकारी बैठक में भी यह विषय उठा और खबरों की मानें तो एसोसिएशन इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से शिकायत करने पर विचार कर रहा है.
बता दें कि असम दौरे पर गए आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने वहां ऐसे अंडरग्राउंड उग्रवादी समूहों के लिए शांति प्रक्रिया में हिस्सा लेने की इच्छा जाहिर की थी, जो मुख्यधारा में वापस लौटना चाहते हैं. वहीं असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने उग्रवादियों के हिंसा का रास्ता छोड़ने और समाज से वापस जुड़ने के लिए श्री श्री रविशंकर के प्रयासों की सराहना की है.