एशेज दौरे पर इंग्लैंड के क्रिकेटरों के आधी रात को बाहर निकलने पर लगाए गए प्रतिबंध पर इंग्लैंड क्रिकेट के प्रमुख एंड्रयू स्ट्रॉस ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि उनके खिलाड़ी कोई ठग नहीं है और टीम में शराबखोरी का कल्चर नहीं है.अभी-अभी: डेंगू पीड़ित स्नेहाशीष गांगुली के प्लेटलेट में आई गिरावट, स्थिति बनी चिंताजनक
पर्थ के एक बार में पिछले महीने कैमरून बेनक्रॉफ्ट पर जॉनी बेयरस्टो के हेडबट के बाद यह प्रतिबंध लगाया गया. इससे पहले सितंबर में ब्रिस्टल के एक नाइटक्लब के बाहर लड़ाई में शामिल होने के कारण पुलिस जांच का सामना कर रहे स्टार हरफनमौला बेन स्टोक्स टीम से बाहर हैं.
स्ट्रॉस ने कहा कि बेयरस्टो ने बेनक्रॉफ्ट के सिर से सिर टकराया था और यह दोस्तों से मिलने का आम तरीका है. उन्होंने हालांकि कहा ,‘आपको अपने आपको, टीम को या ईसीबी या खेल को इस स्थिति में नहीं पहुंचाना है कि लोग आपके खेल के बारे में इस आधार पर फैसला लेने लगे कि आप रात में बाहर रहकर क्या कर रहे थे. खिलाड़ियों को इस बारे में बताया जा चुका है.’
उन्होंने कहा,‘ये लड़के ठग नहीं हैं. ये ईमानदार और अच्छे मेहनती क्रिकेटर हैं जो इंग्लैंड के लिए खेलने के लिए काफी बलिदान देते हैं. इंग्लैंड क्रिकेट टीम में शराबखोरी का कल्चर नहीं है. मैने तो कभी नहीं सुना.’