पिछले तीन महीनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में काफी ज्यादा इजाफा हुआ है. इन तीन महीनों में पेट्रोल की कीमतें जहां 6.94 रुपए बढ़ी हैं. वहीं, डीजल की कीमतों में 4.73 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है. मुंबई और दिल्ली में इसका काफी ज्यादा असर देखने को मिल रहा है. ये दोनों शहर पेट्रोल के लिए सबसे ज्यादा कीमत चुकाने वाले शहरों में शामिल हैं.नोटबंदी को लेकर अमित शाह ने दिया बड़ा बयान, कहा- GST नहीं, ‘तकनीकी कारणों’ से आई GDP में गिरावट
डायनैमिक प्राइसिंग का नहीं मिल रहा फायदा
केंद्र सरकार ने जून महीने में डायनैमिक प्राइसिंग मेथड अपनाया था. इसके तहत पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोज तय की जाने लगी हैं. लेकिन आम आदमी के फायदे के लिए शुरू की गई डायनैमिक प्राइसिंग अब उनकी जेब पर भारी पड़ती जा रही है. ऑयल मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि रोज कीमतें तय करने का फायदा आम लोगों को मिलेगा. उन्होंने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में आई कमी को तुरंत ही आम नागरिकों तक पहुंचाया जा सकेगा. हालांकि ऐसा होता नहीं दिख रहा. जुलाई महीने से लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं.
महानगरों की ये है स्थिति
पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ रही इन कीमतों का दिल्ली-मुंबई समेत अन्य महानगरों पर काफी असर देखने को मिल रहा है. देश के चारों महानगरों में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 70 रुपए से ज्यादा है. इंडियन ऑयल कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली में 70.30 रुपए तो मुंबई में 79.41 रुपए में एक लीटर पेट्रोल मिल रहा है. फिलहाल मुंबईकर एक लीटर पेट्रोल के लिए सबसे ज्यादा कीमत चुका रहे हैं. यही स्थिति डीजल के मामले में भी है. दिल्ली में एक लीटर डीजल 58.62 रुपए तो मुंबई में यह 62.26 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है. डीजल के मामले में भी सभी महानगरों में से मुंबई सबसे ज्यादा भुगतान कर रहा है.
आम आदमी को कीमतें कम होने का है इंतजार
केंद्र सरकार ने जून में डायनैमिक प्राइसिंग लागू की थी. इसके बाद शुरुआत के कुछ दिनों तक पेट्रोल डीजल की कीमतों में कमी जरूर आई, लेकिन उसके बाद से लगातार इनकी कीमतें बढ़ती जा रही हैं. धर्मेंद्र प्रधान ने बढ़ती कीमतों को लेकर कहा था कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, इसी वजह से देश में भी इनकी कीमतों में इजाफा हो रहा है.
पहले यह थी व्यवस्था
डायनैमिक प्राइसिंग लागू करने से पहले हर 15 दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव किया जाता था, लेकिन जून के बाद इसमें बदलाव कर दिया गया है. अब आम नागरिकों को इंतजार है कि कब पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम होने का दौर शुरू होगा.