भारतीय महिला टीम की विस्फोटक बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर ने आईसीसी महिला विश्व कप सेमीफाइनल में धमाकेदार पारी खेलने के बाद ये खुलासा किया कि मैच से पहले उन्हें क्रीज पर अभ्यास करने का इतना समय नहीं मिला था. लेकिन उन्होंने कहा कि वह मौका मिलने पर खुद को साबित करना चाहती थी.
हरमनप्रीत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में महिला क्रिकेट के इतिहास की बेहतरीन वनडे पारियों से एक खेलकर भारत को विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया. भारत ने 10वें ओवर में 35 रन पर दो विकेट खो दिये थे, तब हरमनप्रीत ने आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाकर 115 गेंद में नाबाद 171 रन बनाए.
भारतीय टीम का सामना रविवार को लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर खेले जाने वाले खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड से होगा. मैच के बाद अपने एक बयान में हरमनप्रीत ने कहा, ‘इस पूरे टूर्नामेंट में मुझे बल्लेबाजी का अवसर नहीं मिला था. इस सेमीफाइनल मैच में मुझे जब यह मौका मिला, तो मेरा लक्ष्य खुद को साबित करना था. भगवान का शुक्र है कि जो मैंने सोचा वही हुआ. मिताली राज, दीप्ति शर्मा और वेदा कृष्णमूर्ति ने भी अच्छा प्रदर्शन किया.’
हरमनप्रीत ने कहा, ‘इस मैच में मेरी योजना प्रतिद्वंद्वी टीम की गेंदों पर नजर रख, उन पर अच्छे शॉट खेलने की थी. मैंने दीप्ति से कहा कि जितनी हो सके अदला-बदली होती रहे. मैंने कहा कि उन्हें अधिक दबाव लेने की जरूरत नहीं है और मुझे स्ट्राइक का मौका दें, बाकी जिम्मेदारी मेरी. उन्होंने बहुत अच्छा काम किया.’