पुणे। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच गुरुवार से पुणे में होगा। यह साल की सबसे हाईप्रोफाइल सीरीज साबित हो सकती है, क्योंकि दोनों टीमें आईसीसी रैंकिंग में शुरुआती दो पायदान पर हैं।
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इस साल भारत, बांग्लादेश के खिलाफ एक टेस्ट मैच खेल चुका है और उसे अब ऑस्ट्रेलिया से पुणे, बेंगलुरु, रांची और धर्मशाला में चार टेस्ट मैच खेलने हैं। इन दोनों टीमों के बीच प्रतिद्वंद्विता पूरे क्रिकेट जगत में प्रसिद्ध है। यही कारण है जब दोनों के बीच जब भी सीरीज होती है तो एक-दूसरे के खिलाफ खिलाड़ी स्लेजिंग से भी नहीं चूकते।
जीत के रथ पर सवार लगातार रिकॉर्ड 6 टेस्ट सीरीज जीतने वाली कोहली एंड कोहली इस सीरीज को भी अपने नाम करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहेगी। दूसरी ओर स्टीव स्मिथ की अगुवाई वाली कंगारू टीम भी आक्रामक तरीके से क्रिकेट खेलती हैं इसलिए प्रशंसकों को इन दोनों के बीच क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट का मुकाबला भी देखने में मजा आता है।
भारत की जीत में कई चीजों की अहम भूमिका है और इसमें सबसे महत्वपूर्ण कप्तान विराट कोहली की बल्ले से बेहतरीन फार्म हैं। भारतीय कप्तान ने मोर्चे से अगुआई की है और पिछली चार श्रृंखलाओं में चार दोहरे शतक जड़ चुके हैं।
कोहली ने इस दौरान पिछले 13 टेस्ट में 80 से अधिक की औसत से 1457 रन बनाए और भारत को हराने के लिए आस्ट्रेलिया को उसके कप्तान को विफल करने का तरीका ढूंढना होगा।
भारत के अच्छे प्रदर्शन में रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की स्पिन जोड़ी के बेहतरीन प्रदर्शन की भी अहम भूमिका रही है। ये दोनों आईसीसी की गेंदबाजों की रैंकिंग में शीर्ष दो स्थान पर काबिज हैं।
ऑफ स्पिनर अश्विन ने पिछले 13 मैचों में 78 विकेट हासिल किए हैं और इस दौरान उन्होंने आठ बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाए और उनकी औसत 24 से कुछ अधिक की रही। बाएं हाथ के स्पिनर जडेजा ने 10 टेस्ट में 25 से कुछ कम की औसत से 49 विकेट हासिल किए।
अश्विन और जडेजा की स्पिन जोड़ी ने न्यूजीलैंड और इंग्लैंड को रौंदने में अहम भूमिका निभाई थी और एक बार फिर आस्ट्रेलिया के खिलाफ इनसे काफी उम्मीदें होंगी। इन तीन खिलाड़ियों के निरंतर प्रदर्शन के अलावा मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा तथा अन्य गेंदबाजों का योगदान भी बहुमूल्य रहा है।
महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम के क्यूरेटर और पूर्व तेज गेंदबाज पांडुरंग सलगांवकर के अनुसार पिच से गेंदबाजों को अच्छा उछाल मिलेगा।
अगर उछाल मिलता है तो बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं जबकि उनका साथ देने के लिए मिशेल मार्श भी मौजूद रहेंगे।
स्पिन विभाग में टीम को नाथन लियोन से काफी उम्मीदें होंगी जबकि उनका साथ बायें हाथ के स्पिनर स्टीफन ओ’कीफी दे सकते हैं।
मुंबई में अभ्यास मैच में विफलता के बावजूद युवा मैट रेनशा वार्नर के साथ पारी शुरू कर सकते हैं जबकि शार्न मार्श और स्मिथ उनके बाद आएंगे। इस मैदान पर टेस्ट मैच का पहली बार आयोजन हो रहा है।
अगर आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो ऑस्ट्रेलियाई टीम का पड़ला भारी नजर आता है। अब तक दोनों देशों के बीच कुल 90 मुकाबलें खेले गए। जिनमे 40 मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बाजी मारी तो 24 मैच भारत ने जीते। 25 मुकाबले ड्रॉ हुए तो 1984 में चैन्नई की पिच पर खेला गया एक रोमांचक मैच टाई हो चुका है।
भारतीय सरजमीं पर ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है। पिछले तीनो दौरों पर कंगारू टीम को भारत में हार का ही सामना करना पड़ा है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम पुणे में होने वाले इस पहले मैच को जीतकर भारत के खिलाफ मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना चाहेगी।
टीमें (संभावित) – भारत: केएल राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, रिद्धिमान साहा, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, जयंत यादव, ईशांत शर्मा, उमेश यादव।
ऑस्ट्रेलिया: डेविड वॉर्नर, मैट रेनशॉ, स्टीव स्मिथ (कप्तान), शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब, मिचेल मार्श, मैथ्यू वेड, मिचेल स्टार्क, स्टीव ओ’कैफी, नाथन लियोन, जोस हेजलवुड।