भुवनेश्वर: ओडिशा के तट से शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे फोनी चक्रवात टकरा गया है। फोनी की वजह से तेज बारिश हो रही है और हवाएं चल रही हैं। इस समय पुरी और उसके आसपास के इलाकों में हवा की रफ्तार 200 किमी प्रति घंटे की हैं। राज्य सरकार ने ओडिशा में करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है। साथ ही अन्य लोगों से घरों पर ही रहने की सलाह दी गई है।

ओडिशा के 17 जिलों में फोनी तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही सभी स्कूल कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं। ओडिशा में फोनी चक्रवात के पहुंचने का असर आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों पर भी दिख रहा है। यहां के विशाखापत्तनम में समुद्र तट पर तेज हवाएं चल रही हैं। साथ ही ऊंची समुद्री लहरें भी उठ रही हैं। फोनी तूफान के गुजरने के बाद के हालात से निपटने के लिए भारतीय तटरक्षक बल कोस्ट गार्ड ने राहत और बचाव की 34 टीमों को तैनात कर दिया है।
ये टीमें विजाग, चेन्नई, पाराडिप, गोपालपुर, हल्दिया, फ्रेजरगंज और कोलकाता में तैनात की गई हैं। वहीं विजाग और चेन्नई में कोस्ट गार्ड की चार नावों को भी तैनात किया गया है। भुवनेश्वर स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के डायरेक्टर एचआर विश्वास के अनुसार के अनुसार फोनी चक्रवात के ओडिशा के तट से टकराने की प्रक्रिया सुबह 8 बजे शुरू हो गई थी। कुछ जमीनी इलाकों में भी इसकी दस्तक हुई है। इसके पूरी तरह से यहां टकराने में करीब 2 घंटे और लगेंगे। यह ओडिशा के पुरी के नजदीक टकराया है। इसके टकराने की प्रक्रिया करीब 10.30 बजे तक जारी रहेगी।
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