अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘ओबामाकेयर’ के बाद सोमवार को तीन बड़े फैसलों पर हस्ताक्षर किए। पहले फैसले के तहत अमेरिका ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप ट्रेड डील (टीपीपी) से बाहर हो गया है। संघीय कर्मचारियों की नियुक्ति रोक दी गई है और विदेशी एनजीओ के खिलाफ कड़ा कदम उठाया गया है।

ओवल ऑफिस में टीपीपी से बाहर होने के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद ट्रंप ने कहा, ‘हम इसके बारे में लंबे समय से बात कर रहे थे। अभी हमने जो किया वो अमेरिकी कामगारों के लिए सबसे अच्छा है।’ टीपीपी डील के अंतिम प्रस्ताव पर करीब 11 महीने पहले 12 देशों ने हस्ताक्षर किए थे। अंतिम समझौते तक पहुंचने सात साल से ज्यादा समय लगा। हालांकि यह अब भी प्रभावी नहीं है।
 
पढि़ए ! इन जुड़वा बहनों का है एक ही बॉयफ्रेंड, एक साथ बिस्तर करती हैं शेयरसमझौते में आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देने के लिए नौकरियों के अवसर, नवाचार, उत्पादकता और प्रतिस्पर्धा बढ़ाने पर जोर दिया गया था, जिससे हस्ताक्षर करने वाले देशों में गरीबी कम की जा सके और लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाया जा सके। कारोबार समझौते में कई प्रकार की बाधाओं को दूर किया गया था।
इसमें विभिन्न प्रकार के करों में कटौती और पर्यावरण संरक्षण को महत्व देना भी शामिल है। डील पर हस्ताक्षर करने वाले देशों में अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान, मलयेशिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, वियतनाम आदि देश शामिल हैं। इस डील में चीन शामिल नहीं है।
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