नई दिल्ली : ओलंपिक में Indian Players के प्रदर्शन को लेकर हमेशा सवाल उठते रहते हैं। पहली बार इस विषय पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने देशवासियों से अपील की है वह अपने बच्चों को आउटडोर गेम्स के लिए प्रेरित करें।
देशभर में इस बात को लेकर तरह-तरह की शिकायतें सामने आती रहती हैं कि ओलिंपिक खेलों में हमारे देश के खाते में न के बराबर मेडल्स क्यों आते हैं और ज्यादातर खेलों में हमारी प्रतिभागिता को ही बड़ी उपलब्धि क्यों समझ लिया जाता है? इसी सिलसिले में भारतीय वनडे क्रिकेट टीम के महेन्द्र सिंह धोनी ने देशवासियों से अपील की है कि वो अपने बच्चों को आउटडोर गेम्स के लिए प्रेरित करें।
माही के मुताबिक माता-पिता को अपने बच्चों को मैदान वगैरह में खेलने के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि वे अपना भविष्य खुद तलाश कर सकें। धोनी का मानना है कि आजकल ज्यादातर बच्चे घरों में ही रहते हैं और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में उलझे रहते हैं। इससे उनकी स्फूर्ति में भी कमी आती है।
धोनी ने यह बात एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान कही। दरअसल भारत और इंग्लैंड के बीच 20 दिसंबर तक टेस्ट सीरीज होनी है। धोनी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और वह लंबी छुट्टी पर हैं। इस दौरान वह देश-विदेश में कई इवेंट्स और घरेलू क्रिकेट के कुछ मैचों में हिस्सा लेने वाले हैं। मेहमान इंग्लैंड टीम के साथ वन-डे सीरीज 15 जनवरी से शुरू होनी और धोनी इसी के साथ वापस अपनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की दिनचर्या में लौटेंगे।