बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच चल रही जंग से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने खुद को अलग कर लिया है. एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि यह कंगना और राज्य सरकार के बीच का मसला नहीं है. इस मामले में राज्य सरकार का कोई रोल नहीं था.
एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि कंगना रनौत के दफ्तर को तोड़ने का काम बीएमसी ने किया है. बीएमसी का कहना है कि यह निगम का फैसला था. अगर कंगना, सोनिया गांधी के बारे में ट्वीट कर रहे हैं, तो इस पर मैं कैसे बयान दे सकता हूं. सुशांत केस से एनसीपी का कोई लेना-देना नहीं है. सीबीआई जांच कर रही है.
इस बीच कंगना रनौत के खिलाफ ड्रग्स केस की जांच होगी. महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई पुलिस को जांच का जिम्मा सौंपा है. मुंबई पुलिस को महाराष्ट्र सरकार से इस मामले की जांच के लिए ऑफिशियल लेटर मिला है. मुंबई पुलिस अभी इस बात पर फैसला नहीं ले पाई है कि कंगना के ड्रग्स मामले की जांच SIT करेगी या फिर एंटी नारकोटिक्स सेल.
महाराष्ट्र सरकार के इस एक्शन पर कंगना रनौत ने कहा कि प्लीज मेरा ड्रग टेस्ट कीजिए, मेरे कॉल रिकॉर्ड्स की जांच कीजिए अगर आपको ड्रग्स पेडलर्स को लेकर मुझसे कोई भी लिंक्स मिलता है तो मैं अपनी गलती मान लूंगी और हमेशा के लिए मुंबई छोड़ दूंगीं. आपसे मिलने के लिए इच्छुक हूं.
इससे पहले एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा था कि बीएमसी की कार्रवाई ने अनावश्यक रूप से (कंगना को) बोलने का अवसर दे दिया है. मुंबई में कई अन्य अवैध निर्माण हैं. यह देखने की जरूरत है कि अधिकारियों ने यह निर्णय क्यों लिया. हर कोई जानता है कि मुंबई पुलिस सुरक्षा के लिए काम करती है.
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