औरत हो या मर्द अगर वह संभोग करते समय कंडोम का इस्तेमाल नहीं करते तो उन्हें ब्लडप्रेशर जैसी होने वाली बिमारियों से फौरी तौर पर राहत मिलती है.
नई दिल्ली : औरत हो या मर्द अगर वह संभोग करते समय कंडोम का इस्तेमाल नहीं करते तो उन्हें ब्लडप्रेशर जैसी होने वाली बिमारियों से फौरी तौर पर राहत मिलती है. यही नहीं उन्हें कई अन्य बिमारियों से भी राहत मिलती है.
साइको थेरिपिस्ट डॉ फरान की शोध रिपोर्ट
यह बात अमेरिका के जाने-माने साइको थेरिपिस्ट डॉ फरान वालफिश द्वारा सेक्स पर किये गए शोध में सामने आयी है. डॉ के मुताबिक औरत हो या मर्द, रोजाना सेक्स करना उसके स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी है. यही नहीं लंबे समय तक सेक्स न करने पर आप कई बिमारियों की चपेट में आ सकते हैं. जिसके चलते सेक्स आप के दिमाग को तरोताज़ा बनाने के साथ-साथ आपको कई बिमारियों से दूर रखता है. यह बात उनके शोध में सामने आयी है.
कंडोम के बिना सेक्स कराना अधिक लाभदायक
‘न्यूज़ वीक’ पत्रिका को दिए गए अपने एक इंटरव्यू में डॉ फरान ने कहा है कि इस विषय पर उन्होंने शोध किया है. इस शोध में यह बात सामने आयी है कि महिला कि योनि में लिंग जाना बेहद जरुरी होता है. यही नहीं जो महिलाएं बिना कंडोम के सेक्स कराती हैं. वह कभी आत्महत्या नहीं करती हैं. डॉ के मुताबिक जो लोग संभोग करते समय कंडोम का इस्तेमाल करते हैं. जिससे वीर्य महिला का ब्लड सोख नहीं पाता. जिसके चलते उन्हें कई बीमारियां होने का खतरा बना रहता है. इसलिए बिना कंडोम के संभोग करने से व्यक्ति और महिला दोनों का मस्तिष्क में ब्रेन न्यूरो जेनेसिस वीर्य में पाए जाने के कारण दोनों ही लोगों की दीर्घकालीन स्मरण शक्ति बढ़ती है.
सेक्स बीमारी को भगाता है दूर
डॉ फरान के मुताबिक जो लोग रेगुलर सेक्स नहीं करते या किसी बीमारी और संबंध विच्छेद हो जाने के कारण संभोग से दूर हो जाते हैं, उनकी आदत में शुमार हो जाता है तो कुछ ही महीनो में उनके कई बीमारियां हो सकती हैं. इन बिमारियों में ब्लडप्रेशर, तनाव, डिप्रेशन, अवरोधक क्षमता औरत और मर्द दोनों की कम हो जाती है. डॉ के मुताबिक ऐसे मर्द और औरतों का असल में स्टर्स लेबिल इतना अधिक बढ़ जाता है कि हाईब्लड प्रेशर की संभावना ज्यादा हो जाती है. शोध में अपने डॉ फरान ने ये भी पाया है कि वीर्य में एंटी डिप्रेशन मिटने के तत्व होते है. जो तनाव को दूर करते हैं.
महिला की योनि में लिंग जाना जरुरी
यही वीर्य में कई तरह के हार्मोन्स होते है. इन हार्मोन्स में टेस्टोस्टिरोन, स्ट्रोजेन (FSH ), प्रोलेक्टिंग, प्रोस्टेजन वीर्य के साथ महिला की योनि के जरिये जब रक्त में मिलते हैं तो इसका शरीर पर प्रभाव पड़ता है. जिसके चलते महिला का भी तनाव कम होता है. डॉ के मुताबिक महिला की योनि में पुरुष का लिंग जाना जरुरी होता है. इतना ही नहीं लंबे समय तक सेक्स न करने पर मर्द और औरत दोनों नपुंसक जैसी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं.