अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को 50 करोड़ डॉलर (36,31,05,00,000.00 रुपये/ 500 मिलियन डॉलर) का कर्ज देने पर अपनी मुहर लगा दी है। पाकिस्तान के अखबार द डॉन ने आईएमएफ के अधिकारियों के हवाले से ये खबर दी है। खबर के मुताबिक पाकिस्तान को आने वाले समय में दी जाने वाली ये रकम पहले मंजूर किए गए कर्ज की तीसरी किश्त के तौर पर दी जाएगी। आपको बता दें कि आईएमएफ पाकिस्तान को पहले 600 करोड़ डॉलर का कर्ज मंजूर कर चुका है, जिसके तहत वो अब तक दो किश्तों में पाकिस्तान को कुल करीब 200 करोड़ रुपये दे भी चुका है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की आर्थिक हालत काफी समय से खराब चल रही है। पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार आने के बाद से देश की आर्थिक हालत और अधिक खस्ता हाल हुई है। पाकिस्तान की महंगाई दर की बात करें बीते चार वर्षों में महंगाई लगातार बेतहाशा बढ़ी है। लेकिन यदि बीते वर्ष 2020 की बात करें तो ये पूर्व के तीन वर्षों में करीब दोगुनी हो रही थी। पाकिस्तान के सरकारी आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान में वर्ष 2017 में महंगाई दर जहां 4.15 फीसद थी, वहीं वर्ष 2018 में वो बढ़कर 3.93 फीसद हो गई थी। वर्ष 2019 में ये बढ़कर 6.74 फीसद और वर्ष 2020 में ये 10.74 फीसद थी। मौजूदा वर्ष के शुरुआती दो माह में ये 5-9 फीसद के बीच रही थी।
पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार बनने के बाद से देश में बढ़ती महंगाई दर का प्रभाव हर जगह देखने को मिला है। खाने-पीने की चीजों के दाम बेतहाशा बढ़े हैं। इस पर वैश्विक कोरोना महामारी ने रही सही कसर पूरी कर दी है। कोरोना के चलते पाकिस्तान में उद्योग-धंधे ठप हो गए हैं और इसकी वजह से देश को आर्थिक तौर पर नुकसान झेलना पड़ा है। कुछ दिन पूर्व पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ने खैबर पख्तून्ख्वां में कहा था कि देश बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है। पैसे की कमी के चलते सरकार स्वास्थ्य सेवाओं ओर शिक्षा पर खर्च नहीं कर पा रही है।
पाकिस्तान स्टेट बैंक के मुताबिक देश पर कर्ज और देनदारी दिसंबर 2020 में करीब 300 करोड़ डॉलर की थी जो बीते छह माह के दौरान करीब ढाई फीसद तक बढ़ गई थी। वहीं विदेश कर्ज और देनदारियों की बात करें तो ये करीब 115.7 करोड़ डॉलर की थी। वहीं जून 2020 में ये 112.7 डॉलर की थी। दिसंबर 2019 में 110.7 डॉलर थी। पाकिस्तान सरकार के मुताबिक हजारों करोड़ों रुपये का कर्ज उन्हें विरासत में मिला है। इमरान खान के मुताबिक उनकी सरकार बनने के बाद करीब 35 हजार अरब रुपये का कर्ज चुकाया गया है। उनके मुताबिक सरकार ने कोविड-19 की रोकथाम पर 800 अरब रुपये का खर्च किया था। वर्ष 2020 के पहली छमाही में पाकिस्तान को कर्ज के रूप में 6.7 अरब डालर मिले थे।