चीन से दोस्ती का दुहाई देने वाले पाकिस्तान को अब यह दोस्ती भारी पड़ रही है। दरअसल पाकिस्तान नें पिछले दिनों चीन से भारी मात्रा में हथियार खरीदे थे। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 15 सालों में पाकिस्तान ने चीन से सर्वाधिक हथियार खरीदे। लेकिन अब दोनों देशों के रक्षा साझेदारी में दरार पड़ती नजर आ रही है। चीन ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए जल्द-से-जल्द भुगतान करने के लिए कहा है। नहीं करने पर हथियारों की सप्लाई रोक दिए जाने की धमकी दी है।
इस मामले को लेकर हाल ही में दोनों देशों के अधिकारियों ने बैठक की। पाकिस्तान पर चीन का 1.5 बिलियन डॉलर कर्ज है। जिसे लौटाने के बहाने वह पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। उसकी यह नीति जगजाहिर है।
पाकिस्तान की आर्थिक हालत इस समय किसी से छुपा नहीं है। देश भारी मंदी से गुजर रहा है। इससे निकलने के लिए उसे IMF की कई शर्तों को भी पूरा करना होगा। इसी बीच चीन ने कर्ज चुकाने के लिए दबाव भी बनाना शुरू कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन कर्ज के एवज में पाकिस्तान के कुछ प्रोजेक्ट पर मालिकाना हक मांग रहा है। हालांकि इससे दोनों के रिश्तों में खासा प्रभाव नहीं पड़ेगा। क्योंकि भारत पर दबाव बनाने के लिए चीन के लिए पाकिस्तान बेहद जरूरी है।