देवगौड़ा बोले- समझौता सरकार के लिए है, चुनाव को नहीं
घर की मालकिन भाजपा में थी लेकिन पार्टी ने कांग्रेस पर फर्जी वोटर कार्ड बनाने का आरोप लगाया था। तब कांग्रेस और जदएस के बीच समझौता नहीं था। लेकिन 15 मई को नतीजे आने के साथ ही दोनों दलों ने सरकार बनाने के लिए हाथ मिला लिया और एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने। होना तो यह चाहिए था कि कांग्रेस या जदएस में से किसी एक दल को अपना उम्मीदवार मैदान से हटा लेना चाहिए था ताकि भाजपा उम्मीदवार तुलसी मुनिराज गौड़ा के सामने उनका साझा उम्मीदवार लड़ता। लेकिन दोनों में से कोई भी अपना उम्मीदवार हटाना नहीं चाहता।
कुमारस्वामी को लगता है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद हवा उनके पक्ष में है, इसीलिए उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने शनिवार को प्रचार खत्म होने से पहले राज राजेश्वरी नगर में जबरदस्त रोड शो किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से उनका समझौता सरकार बनाने के लिए था, साथ चुनाव लड़ने पर नहीं। चूंकि कांग्रेस उम्मीदवार मुनिरत्ना सिटिंग विधायक हैं, इसलिए कांग्रेस कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं है। उसके पक्ष में डीके शिवकुमार जीजान से प्रचार में जुटे हैं।
वहीं भाजपा के उम्मीदवार पार्टी के राज्य सचिव हैं और उनका प्रचार पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा कर रहे हैं। हाल के चुनावों में बंगलूरू की 27 सीटों में से कांग्रेस को 13 विधानसभा क्षेत्रों में विजय मिली थी, भाजपा को 11 और जदएस ने दो सीटें जीती थीं। राज राजेश्वरी नगर चुनाव का नतीजा 31 मई के घोषित किया जाएगा।
हालांकि कांग्रेस के लिए गनीमत की बात यही है कि जदएस ने जयानगर विधानसभा उपचुनाव न लड़ने का फैसला किया है। जयानगर का चुनाव एक उम्मीदवार की मृत्यु के कारण स्थगित कर दिया गया था। अब यहां मतदान 11 जून को होगा। यहां कांग्रेस की उम्मीदवार पूर्व गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी की बेटी सौम्या रेड्डी का मुकाबला भाजपा के प्रह्लाद से है।
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