लखनऊ, एसजीपीजीआई में भर्ती पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनका हाल चाल जानने पीजीआइ पहुंचे। कल्याण सिंह जी के किडनी की कार्य शक्ति काफी कम हो गयी है। इस कारण उनकी लगातार डायलिसिस की जा रही है। स्वास्थ्य स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है। वह लाइफ सेविंग सपोर्ट सिस्टम पर हैं। वह लगातार डायलिसिस पर हैं। विशेषज्ञ सलाहकारों द्वारा उनके नैदानिक मापदंडों की बारीकी से निगरानी की जा रही है। सीसीएम कार्डियोलॉजी , नेफ्रोलाजी, न्यूरोलॉजी और एंडोक्रिनोलॉजी उनके स्वास्थ्य से जुड़े तमाम पहलुओं पर कड़ी नजर रखे हुए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कल्याण सिंह का हाल लिया। उनके स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
उन्हें गंभीर हालत में चार जुलाई को संस्थान के सीसीएम में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हुआ, लेकिन 17 जुलाई को सांस लेने में दिक्कत के बाद उन्हें नॉन इनवेसिव वेंटिलेशन पर रखा गया। स्थिति और अधिक बिगड़ने के कारण उन्हेंं लाइफ सेविंग सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। प्रो धीमन ने बताया कि उनके सभी पैरामीटर की क्लोज मॉनिटरिंग की जा रही है। सीसीएम कार्डियोलॉजी नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी और एंडोक्रिनोलॉजी उनके स्वास्थ्य से जुड़े तमाम पहलुओं पर कड़ी नजर रखे हुए है। अस्पताल में पूर्व मुख्यमंत्री के परिवारीजन मौजूद हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को तीन जुलाई के देर रात लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था, जहां से हालत गंभीर होने के बाद चार जुलाई की शाम संजय गांधी पीजीआइ में शिफ्ट किया गया। उनको पीजीआइ के सीसीएम (क्रिटिकल केयर मेडिसिन) डिपार्टमेंट के आइसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) में भर्ती किया गया है। कल्याण सिंह का हालचाल लेने के लिए लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेता पहुंच रहे हैं। तीन बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जा चुके हैं और उनके इलाज की लगातार निगरानी कर रहे हैं।