श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में बारिश के कारण जीत से वंचित रही भारतीय क्रिकेट टीम कल से शुरू हो रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट में पूरी तैयारी के साथ उतरेगी. तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में ड्रॉ रहे पहले टेस्ट के आखिरी सत्र में श्रीलंका के शीर्ष और मध्यक्रम की धज्जियां उड़ाने वाली विराट कोहली की टीम को मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल है.
… लेकिन कहना मुश्किल- कितना उछाल मिलेगा
जामथा में विदर्भ क्रिकेट एसोशिएशन मैदान पर भारत को एक बार फिर हरी भरी पिच मिलेगी. अगले महीने शुरू होने वाले दक्षिण अफ्रीका के लंबे दौरे को ध्यान में रखकर तैयारी के लिए हरियाली पिच बनाई गई है . पिच पर जमी घास इसे पारंपरिक धीमी और बल्लेबाजों की ऐशगाह विकेट से अलग बनाती है. हालांकि पहली गेंद फेंके जाने तक यह कहना मुश्किल है कि इसमें कितना उछाल होगा.
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा ,‘यह अच्छी पिच लग रही है. पहले दो दिन यह तेज गेंदबाजों की मददगार साबित होगी.’ भारत के लिए चुनौती इन हालात में बेहतर प्रदर्शन की होगी, हालांकि ईडन गार्डन्स की तुलना में यहां रन बनाना उतना मुश्किल नहीं होगा. कोहली ने दबाव के हालात में शतक जमाकर साबित कर दिया कि उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में क्यों शुमार किया जाता है. उनके बाकी बल्लेबाज भी सुरंगा लकमल एंड कंपनी के खिलाफ ऐसा ही प्रदर्शन करना चाहेंगे.
सलामी बल्लेबाज मुरली विजय अंतिम एकादश में लौटेंगे
तकनीक के महारथी सलामी बल्लेबाज मुरली विजय अंतिम एकादश में लौटेंगे, चूंकि शिखर धवन ने निजी कारणों से ब्रेक लिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि पहले टेस्ट में शुरुआती दो दिन विजय की तकनीक की कमी खली, क्योंकि धवन शुरू ही से आक्रामक हो जाते हैं. धवन ने हालांकि दूसरी पारी में 94 रन बनाए, जब रन बनाना आसान हो गया था.
ईशांत शर्मा का भी अंतिम एकादश में शामिल होना तय है, जो मौजूदा टेस्ट टीम में सबसे ज्यादा अनुभवी खिलाड़ी है. उन्होंने अब तक 77 टेस्ट खेल लिये हैं. भुवनेश्वर कुमार परिणय सूत्र में बंधने जा रहे हैं, लिहाजा ईशांत उनकी जगह लेंगे. उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 116 ओवरों में 20 विकेट लिये हैं और इन सभी मैचों में उन्होंने दिल्ली की कप्तानी भी की.
सवाल.. क्या भारत दो स्पिनरों को लेकर उतरता है..?
देखना यह भी है कि क्या भारत दो स्पिनरों को लेकर उतरता है.क्योंकि रवींद्र जडेजा गेंदबाज या बल्लेबाज के रूप में कोई कमाल नहीं कर सके. विधता के लिएचाइनामैन कुलदीप यादव को उतारा जा सकता है. वैसे तेज गेंदबाज विजय शंकर को भी टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिल सकता है.
शंकर के पास खतरनाक रफ्तार नहीं है, लेकिन 120 किलोमीटर की गति से वह 32 प्रथम श्रेणी मैचों में 27 विकेट ले चुके हैं. वहीं बल्लेबाजी में 49.16 की शानदार औसत से पांच शतक और 10 अर्धशतक जड़े हैं. हार्दिक पंड्या के बाहर रहने से शंकर छठे नंबर के बल्लेबाज की कमी भी पूरी कर सकते हैं. तीन रणजी मैचों में उन्होंने एक शतक समेत 118 रन बनाए और छह विकेट लिए.
लाहिरू गमागे का खराब फॉर्म लंका की चिंता का कारण
दूसरी ओर श्रीलंकाई टीम पहला टेस्ट ड्रॉ कराने से खुश होगी, हालांकि शुरुआती दिनों में उसका पलड़ा भारी रहा था. तेज गेंदबाज लाहिरू गमागे को खराब फॉर्म के कारण बाहर रहना पड़ सकता है. तीन तेज गेंदबाजों को उतारने पर विश्वा फर्नांडो विकल्प हो सकते हैं. चाइनामैन लक्षण संदाकना भी गेंदबाजी में विकल्प हो सकते हैं.
टीमें : भारत : विराट कोहली ( कप्तान), के एल राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, ऋद्धिमान साहा, आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, ईशांत शर्मा, विजय शंकर, कुलदीप यादव, रोहित शर्मा.
श्रीलंका : दिनेश चांडीमल ( कप्तान ), एंजेलो मैथ्यूज, दिमुथ करुणारत्ने , निरोशन डिकवेला, धनंजय डिसिल्वा, सुरंगा लकमल, दासुन शनाका, विश्वा फर्नांडो, लाहिरू गमागे, लक्षण संदाकन, सदीरा समरविक्रमा, दिलरूवान परेरा और रोशन सिल्वा.