सुरक्षाबलों ने सोमवार को कश्मीर में अगले 48 घंटों के दौरान बड़े आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया है। दक्षिण कश्मीर व उत्तरी कश्मीर में कई जगह आतंकियों की धरपकड़ के लिए कार्डन एंड सर्च ऑपरेशन (कासो) छेड़ दिया है। किसी आतंकी के पकड़े जाने की सूचना नहीं है।मायावती सिर्फ स्तेमाल कर रही हैं, उनके लिए मुसलमान ‘बिरयानी में पड़े तेजपत्ते’ के सामान ही हैं: नसीमुद्दीन
हालांकि राज्य पुलिस और सेना के किसी अधिकारी ने हमले के बारे में अधिकारिक तौर पर कुछ भी कहने से इन्कार किया है। सूत्रों ने बताया कि जिला पुलवामा पुलिस लाइन में मारे गए जैश के तीन आतंकियों के अन्य साथी दक्षिण कश्मीर और उत्तरी कश्मीर के बांडीपोर में छिपे हुए हैं। यह किसी समय बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसलिए वादी में सुरक्षा एजेंसियों को पूरी सतर्कता बरतने का निर्देश दिए हैं।
आतंकियों की साजिश नाकाम बनाने और उन्हें जिंदा अथवा मुर्दा पकड़ने के लिए बीती रात जिला पुलवामा के बांडजू गांव में तलाशी अभियान चलाया था। सोमवार तड़के शोपियां जिले के छह गांवों मात्रिबुग, वानगाम, रोनीपोरा, जेईपोरा, दानगाम और वांगम की सेना की 62 आरआर, राज्य पुलिस विशेष अभियान दल और सीआरपीएफ के जवानों के संयुक्त कार्यदल ने घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। सभी गांव एक-दूसरे से सटे हुए हैं। रविवार को आधी रात के बाद इस इलाके में आतंकियों एक दल को देखा गया था। दोपहर बाद तक जारी रहे अभियान में सुरक्षाबलों के हाथ कोई आतंकी नहीं लगा।
सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर में जिलाबांडीपोर के अंतर्गत विनपोरा की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। यह गांव हाजिन से सटा है। जवानों को गांव में तलाशी शुरू करते देख स्थानीय लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। उन्होंने जवानों पर पथराव कर उत्तेजक नारेबाजी शुरू कर दी।
जवानों ने हिंसक भीड़ पर काबू पाने के लिए बल प्रयोग किया। वहां करीब दो घंटे तक हिंसक झड़पों का दौर चला। स्थिति कोबिगड़ते देख सुरक्षाबलों ने घेराबंदी हटाकर तलाशी अभियान रोक दिया और वापस अपने शिविरों को लौट गए