नेपाल के साथ रिश्तों को और बेहतर बनाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर आज सुबह काठमांडू पहुंचे हैं। जयशंकर अपने नेपाली समकक्ष एन पी सऊद के साथ भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि विदेश मंत्री अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड से शिष्टाचार मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर गुरुवार से अपनी दो दिवसीय यात्रा के लिए आज सुबह नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे। उद्देश्य कनेक्टिविटी, डिजिटल भुगतान और व्यापार सहित कई क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग का बढ़ाने के लिए विदेश मंत्री नेपाल पहुंचे हैं। नेपाली विदेश मंत्री नारायण प्रकाश सौद के निमंत्रण पर वहां पहुंच हैं।
भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे जयशंकर
जयशंकर अपने नेपाली समकक्ष एन पी सऊद के साथ भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की स्थापना 1987 में की गई थी और यह दोनों पक्षों को द्विपक्षीय साझेदारी के सभी पहलुओं की समीक्षा करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, “नेपाल अपनी ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति के तहत भारत का प्राथमिकता वाला भागीदार है। यह यात्रा दो करीबी और मैत्रीपूर्ण पड़ोसियों के बीच उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को ध्यान में रखते हुए है।”
नेपाल के राष्ट्रपति और पीएम से मिलेंगे एस जयशंकर
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि विदेश मंत्री अपनी यात्रा के दौरान, जयशंकर राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ से शिष्टाचार मुलाकात करेंगे। बता दें कि नेपाल पांच भारतीय राज्यों – सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ 1,850 किमी से अधिक लंबी सीमा साझा करता है।