कानपुर में अब दो घंटे में ही मिलावटी दूध, खोवा और मसाले की जांच हो जाएगी। अभी तक जांच रिपोर्ट के इंतजार में खाद्य सामग्री खराब होने का खतरा रहता था। इसके लिए बिठूर के बगदौधी बांगर में दो बीघा जमीन पर पहली मंडलीय प्रयोगशाला बनाई जा रही है। लैब यूपी सिडिको जुलाई 2023 में बनाकर देगा। इससे न सिर्फ जांच रिपोर्ट जल्दी आ जाएगी, बल्कि मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई भी हो जाएगी।
अब तक खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अफसर मिलावटखोरों के खिलाफ छापेमारी करने के बाद सैंपलों को जांच के लिए लखनऊ, वाराणसी, झांसी, मेरठ, आगरा या गोरखपुर भेजते थे। तत्काल जांच न होने पर जब्त की गई खाद्य सामग्री खराब हो जाती थी। जमीन फाइनल होने के साथ प्रयोगशाला बनाए जाने का काम तेजी से चल रहा है।
लगेंगी हाईटेक मशीनें मंडलीय प्रयोगशाला में हाईटेक मशीनें लगाई जाएंगी। परिसर में ही मंडलीय कार्यालय के साथ सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय का दफ्तर भी होगा। कलेक्ट्रेट से जारी होने वाले लाइसेंस वहीं से बनेंगे।
अन्य जिलों की जांचों के लिए भी रास्ता साफ बिठूर में मंडलीय प्रयोगशाला बनने के साथ ही कानपुर मंडल के अलावा, फतेहपुर व उन्नाव समेत आसपास के अन्य जिलों की भी दिक्कतें भी दूर हो जाएंगी। रिपोर्ट भी कम समय में आ जाएगी। नई लैब में सैंपल जांच कर रिपोर्ट देने का लोड भी घट जाएगा।
जांच जल्द और समय से सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय, विजय प्रताप सिंह ने कहा कि मंडलीय प्रयोगशाला बनने के बाद दिक्कतें दूर हो जाएंगी। मंडल समेत कई जिलों को राहत मिलेगी। सैंपलों की जांच भी जल्दी हो जाएगी।