कानपुर क्राइम ब्रांच ने फेसबुक पर लड़कियों के नाम का फेक अकाउंट बनाने वाले ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो अश्लील वीडियो दिखाने के बाद युवकों को ब्लैकमेल करके रुपये ठग रहा था। पुलिस ने गिरोह के एक शातिर को गिरफ्तार करके साथियों की तलाश शुरू की है। शातिर युवक अपने चार साथियों के साथ मिलकर हरियाणा के मेवात से गिरोह चला रहा था।
नौबस्ता का युवक बना शिकार
कानपुर के नौबस्ता आवास विकास हंसपुरम निवासी युवक गिरोह का शिकार बन गया और काफी रुपये गंवा दिए। उसने पुलिस को बताया कि कुछ समय पहले प्रिया कुमारी नाम से फेसबुक पर फ्रैंड रिक्वेस्ट आयी थी। इसके बाद उसकी फेसबुक पर प्रिया कुमारी आइडी पर चैटिंग शुरू हो गई। बातचीत के दौरान उसका वाट्सएप नंबर मांगा। नंबर देने के कुछ ही देर बाद फोन के वाट्सएप पर वीडियो काल आई, जिसमें युवती अश्लील गंदी हकरत कर रही थी। कुछ देर में उसने कॉल कट कर दी। लेकिन इस बीच कॉलर युवती ने वीडियो कालिंग की स्क्रीन रिकार्डिंग कर ली और वाट्सएप पर भेजकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। किसी तरह उसने आनलाइन रकम ट्रांसफर कर दी। इसके बाद लगातार धमकियों से परेशान होकर उसने नौबस्ता थाने में आइटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था। इसपर पुलिस ने छानबीन शुरू की।
मेवात से ऑपरेट कर रहा था गिरोह
नौबस्ता थाना प्रभारी सतीश कुमार सिंह ने शिकायतकर्ता को गिरोह के संपर्क में रहने के लिए कहा। इसके बाद तय योजना के तहत उसे रकम लेने के लिए कानपुर बुलाया गया। यशोदा नगर बाईपास चौराहे पर आरोपित को नौबस्ता पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने दबोच लिया। थाने लाकर पूछताछ में शातिर ने नाम मेवात हरियाणा निवासी मोहम्मद इरफान बताया है। उसने बताया कि गिरोह में पांच सदस्य हैं। वह लड़कियों की फोटो लगाकर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाते थे और रिक्वेस्ट भेजकर फ्रेंड बनाते। इसके बाद चैटिंग करते और शिकार के जाल में फंसने पर वाट्स कालिंग करके अश्लील वीडियो बनाने के बाद ब्लैकमेल करके रुपये एेंठते थे।