उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित राजकीय बालिका गृह में प्रशासनिक चूक का खामियाजा यहां की लड़कियां भुगत रही है. बालिका गृह की 9 और लड़कियां कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. इससे पहले बालिका गृह की 57 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव मिली थीं. अब कुल संक्रमितों का आंकड़ा 66 हो गया है.
इस पूरे मामले में जिला प्रोबेशन अधिकारी अजीत कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है. सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि शेल्टर होम के संबंध में गलत सूचनाएं फैलाए जाने के खिलाफ एक्शन नहीं लेने और विभाग का पक्ष नहीं रखे जाने के कारण प्रोबेशन अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है.
शेल्टर होम में बच्चियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के मामले में बड़ी प्रशासनिक लापरवाही उजागार हुई है. इस मामले में आजतक / इंडिया टुडे की जांच से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जिसमें साफ पता चला कि जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते कानपुर में सरकार द्वारा संचालित आश्रय गृह में कोरोना संक्रमण फैल गया.
दरअसल, 15 जून को राजकीय शेल्टर होम में रहने वाली एक लड़की का टेस्ट किया गया था. जिसकी रिपोर्ट उस दिन पॉजिटिव आई. 17 जून को 33 अन्य संवासनियों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई. लेकिन शेल्टर होम प्रशासन और कर्मचारियों ने लापरवाही दिखाते हुए उन लड़कियों को तुरंत अलग नहीं किया.
19 जून को शेल्टर होम में 16 और संवासनियों की टेस्ट रिपोर्ट में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया. जिसके बाद प्रशासन की नींद खुली. शेल्टर होम की इमारत को सील कर दिया गया. और जिन संवासनियों की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, उन सभी क्वारनटीन सेंटर में स्थानांतरित कर दिया गया.