काशी विश्वनाथ की तर्ज पर हरकी पैड़ी क्षेत्र को भी भव्य रूप दिया जाएगा…
काशी विश्वनाथ की तर्ज पर हरकी पैड़ी क्षेत्र को भी भव्य रूप दिया जाएगा। इसके लिए हरिद्वार में भी कॉरिडोर क्षेत्र विकसित किया जाएगा। उत्तराखंड सरकार नियोजन विभाग को मिले इस सुझाव पर आगे पर्यटन समेत तमाम विभाग मिलकर काम करेंगे। उत्तराखंड को किस तरह विकसित राज्यों की श्रेणी में लाया जाए, इसके लिए नियोजन विभाग ने अंतरराष्ट्रीय कंसल्टेंट फर्म मैकेंजी ग्लोबल को जिम्मा सौंपा है।
फर्म इसी कड़ी में सरकार को हर क्षेत्र में नए-नए सुझाव दे रही है। इन सुझावों पर किस तरह आगे बढ़ा जा सकता है, इसे लेकर भी काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में सुझाव दिया गया कि हर की पैड़ी क्षेत्र को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर भव्य रूप दिया जा सकता है। हर साल यहां आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को हर की पैड़ी क्षेत्र के भव्य-दिव्य दर्शन हों, इस दिशा में प्रयास किया जाएगा। इसके लिए पूरे क्षेत्र का विशेष मास्टर प्लान बनेगा। इसके लिए मास्टर प्लानर तय किया जाएगा। राज्य के अफसर सोमनाथ, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर क्षेत्र का भ्रमण कर नजदीक से वहां हुए कामों को देखेंगे। तैयारी ये है कि श्रद्धालु जब हर की पैड़ी क्षेत्र में प्रवेश करें तो वहां सब व्यवस्थित दिखे।
हर साल 1.50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आते हैं हरिद्वार हरिद्वार में पूरे 12 महीने श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के आने का सिलसिला लगा रहता है। साल में कई बार बड़े स्नान पर्व आते हैं। इन स्नान पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाते हैं। सामान्य समय में भी यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। पिछले समय कोविड महामारी के बावजूद हरिद्वार में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नहीं आई। 2021 में जहां 1.27 करोड़ देशी-विदेशी श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे थे। 2022 में यही संख्या 1.50 करोड़ के करीब पहुंच गई। इसी बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए हर की पैड़ी क्षेत्र को भव्य और दिव्य रूप देने की तैयारी है। हरिद्वार कई मायनों में न सिर्फ देश, बल्कि विदेशों में रहने वाले भारतीयों के लिए बेहद अहम है। हर साल यहां करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को हर की पैड़ी क्षेत्र का भव्य-दिव्य अहसास कराने के लिए इस क्षेत्र को विकसित किया जाएगा। उच्च स्तर से इस पर मार्गदर्शन मिलने के बाद आगे बढ़ा जाएगा।