अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद स्वास्थ्य लाभ ले रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली सोमवार को अपने घर लौट आए हैं। पिछले महीने की 14 मई को उनका किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था, जिसके बाद से वे डॉक्टरों की निगरानी में थे।
तकरीबन तीन सप्ताह तक स्वास्थ्य लाभ लेने के बाद अपने घर पहुंचने की जानकारी सोमवार को उन्होंने खुद ट्वीट कर दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है- ‘मैं घर वापस आकर खुश हूं। मैं डॉक्टर, नर्सिंग अधिकारियों और चिकित्सा-सहायकों का आभारी हूं जिन्होंने पिछले तीन सप्ताह के दौरान मेरी देखभाल की। मैं अपने सभी शुभचिंतकों, सहयोगी और दोस्तों का शुक्रिया करना चाहता हूं जो बहुत चिंतित थे और लगातार मेरे स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहे थे।’
यहां पर बता दें कि पिछले महीने की 12 मई को अरुण जेटली को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था। इससे पहले जेटली लगभग काफी दिनों से डायलिसिस पर थे।
लंबे समय से थी बीमारी
अरुण जेटली लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। उनका 2014 में बैरिएट्रिक का ऑपरेशन भी हुआ था। डायबिटीज से ग्रसित होने के कारण उनका वजन बढ़ रहा था इस निदान के लिए ही उनकी बैरिएट्रिक सर्जरी हुई थी।
अरुण जेटली का पिछले एक महीने से डायलिसिस चल रहा था। 14 मई को उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ। बताया जा रहा है कि जेटली को किडनी दान देने वाली महिला उनकी दूर की रिश्तेदार हैं। एम्स सूत्रों के मुताबिक, 20 डॉक्टरों के दल ने किडनी प्रत्यारोपण के लिए हुए ऑपरेशन को सफल बनाया, जिसमें नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. संदीप गुलेरिया (अपोलो अस्पताल), संदीप महाजन, वीके बंसल व एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया भी शामिल रहे।
गौरतलब है कि अप्रैल में अरुण जेटली की किडनी प्रत्यारोपण की प्रक्रिया रद कर दी गई थी। इसके पीछे दानदाता से उनके अंग का मिलान न हो पाने की वजह सामने आई थी।