New York: पिछले कई दिनों से उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल परीक्षण कर रहा है।
इसी बीच अब इस बात पर बहस छिड़ गई है कि अगर उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर परमाणु हमला कर दिया तो राष्ट्रपति ट्रंप के पास क्या विकल्प होगा। क्या ट्रंप उत्तर कोरिया पर जवाबी कार्रवाई करेंगे या फिर अमेरिका को परमाणु हमले से बचाने की तरकीब खोजेंगे। लेकिन, इन सब के लिए डोनाल्ड ट्रंप के पास जो समय होगा वो काफी कम होगा।
जी हां। अमेरिका में विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया की ओर से अमेरिका पर परमाणु हमला करने के बाद डोनाल्ड ट्रंप के पास फैसला लेने के लिए सिर्फ 10 मिनट ही होंगे।
‘द इंडिपेंडेंट’ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, वरिष्ठ वैज्ञानिक और ग्लोबल सिक्यॉरिटी प्रोग्राम ऑफ द यूनियन ऑफ कंसर्न्ड साइंटिस्ट के सह निदेशक डेविड राइट का कहना है कि ऐसी परिस्थिति में बहुत कम वक्त ही होता है। उन्होंने बताया कि लंबी दूरी की मिसाइल को पहचानने और उसके बारे में पता लगाने में ही काफी समय लग जाता है। ऐसे हालात में राष्ट्रपति के पास शायद 10 मिनट का ही समय होगा। राष्ट्रपति को 10 मिनट में ही तय करना होगा कि जवाबी हमला करें या नहीं।
विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर ट्रंप जवाबी कार्रवाई का फैसला लेते हैं तो जमीन आधारित इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) पांच मिनट के भीतर हवा में हो सकती है और पनडुब्बी आधारित मिसाइल 15 मिनट में हो सकती है। अगर एक बार ये मिसाइल लॉन्च हो गई तो फिर इन्हें वापस नहीं बुलाया जा सकता। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया के पास अभी भी ऐसी मिसाइल नहीं है जिसकी पहुंच अमेरिका तक हो। हालांकि प्योंगयांग कुछ और ही कहता है।