केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की तुलना एक आपदा से की है। उन्होंने राहुल गांधी की ओर से देश की अर्थव्यवस्था को लेकर की जा रही टिप्पणियों पर अपनी बात रखी। दिल्ली के ज्वाहर लाल नेहरू स्टेडियम में स्पेशल सेंटर फॉर डिजास्टर रिसर्च के लॉन्च के दौरान रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी किसी डिजास्टर से कम नहीं है।
गुजरात में चुनाव से पहले 26/11 जैसे हमले का मंडरा रहा खतरा, PAK ने छीने मछुआरों के ID कार्ड
रिजिजू ने साफ इशारा दिया है कि राहुल देश के लिए एक बड़ा खतरा है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने भी एक कार्यक्रम में राहुल का तीखा विरोध किया। उन्होंने कहा कि राहुल अपने इन्हीं बचकानी टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं।
शर्मा ने कहा कि देश ही नहीं खुद उनकी पार्टी उनके बचकाने बयानों पर ट्रोल होना पड़ता है। साथ ही भारतीय जनता पार्टी वहां चुनाव जरूर जीत जाती है, जहां राहुल प्रचार करने जाते हैं। इससे पहले राहुल ने मोदी सरकार की नीतियों, आर्थिक सुधारों नोटबंदी और जीएसटी को लेकर आक्रामक तेवर दिखाए। राहुल ने जीएसटी को फिर गब्बर सिंह टैक्स बताते हुए कहा कि जो गब्बर सिंह टैक्स लगा है वो टैक्स आतंकवाद की सुनामी लाया है। जीएसटी को बदलना ही पड़ेगा।
उनका कहना है कि केंद्र में उनकी सरकार आने पर जीएसटी की समीक्षा की जाएगी। पांच सौ और हजार के नोट बंद करने को लेकर आठ नवंबर को नोटबंदी की बरसी के रूप में मनाएंगे। राहुल ने ये बात बृहस्पतिवार को पीएचडी चैम्बर्स ऑफ कामर्स के 112वें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह के समापन सत्र में कही।
राहुल ने कहा कि मोदी सरकार में विश्वास मर चुका है सरकार सबको चोर समझती है। प्रधानमंत्री को ये बुनियादी बात समझ नहीं आई कि सभी कैश ब्लैक नहीं होता और पूरा ब्लैक कैश नहीं होता। प्रधानमंत्री ने अपनी ताकत का इस्तेमाल बड़ी छाती और छोटे दिल से किया। कारोबार विश्वास से चलता है इस सरकार में लोगों का विश्वास खत्म हो चुका है। सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी से लोगों पर एक साथ डबल फायर किया है।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features