कुछ लोग खामोश होते है और निराश से नजर आते है, साइलेंटली डिप्रेस्ड होने से खुद से ही परेशान नहीं होते बल्कि उनमे कई तरह की परेशानियां होती है. दूसरों से घुलने मिलने से बचते है और ज्यादा बातें नहीं करते. इस तरह के लोगो में आत्मविश्वास की भी कमी होती है. इस तरह के लोग हमारे आसपास होते है, सामान्य व्यवहार करते है. इसके बाद भी यह मन ही मन डिप्रेशन या अवसाद से घिरे होते है.#सावधान: हफ्ते में सिर्फ दो पेरासिटामोल, आपको बना सकती हैं बहरा
इनका व्यवहार अन्य लोगो से अलग होता है. जब महिलाएं अचानक से कम बोलने लगती है, अपने मन की बात बताने से मना कर देती है जबकि इसके पहले वह बिलकुल विपरीत थी. अचानक ऐसे बदलाव डिप्रेशन की ओर इशारा करते है. जो महिलाएं डर से भी घिरी रहती है, साइलेंटली डिप्रेस्ड होती है. जो महिलाएं ऑफिस में हरेसमेंट की शिकार होती है वह साइलेंटली डिप्रेस्ड हो जाती है.
जो महिलाएं साइलेंटली डिप्रेस्ड होती है, वे असल में हर समय नकारात्मकता से घिरी रहती है. वह हर बात को घुमा-फिरा कर नकारात्मकता की ओर ले जाती है. जो महिलाएं डिप्रेशन में हो उन्हें घर में ही हीलिंग करे. उनसे प्यार से पेश आए. घर वाले उनके साथ विशेष तौर पर रहे.