पूर्व कप्तान अजीत वाडेकर के निधन से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई. वाडेकर का लंबी बीमारी के बाद बुधवार को मुंबई में निधन हो गया. वह 77 वर्ष के थे. वाडेकर ने दक्षिण मुंबई के जसलोक अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनके परिवार में पत्नी रेखा के अलावा दो बेटे और एक बेटी है.
मोहम्मद अजहरुद्दीन और अनिल कुंबले के करियर को उनके मैनेजर-कोच रहते संजीवनी मिली थी और उन्हीं ‘पितातुल्य’ अजीत वाडेकर को खोने पर उन्होंने दुख जताया है, जबकि सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि भारत के पूर्व कप्तान का उन पर गहरा प्रभाव था.
तेंदुलकर ने ट्विटर पर लिखा ,‘अजीत वाडेकर सर के निधन का समाचार सुनकर बहुत दुखी हूं. नब्बे के दशक में हमसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने में उन्होंने सूत्रधार की भूमिका निभाई. उनकी सलाह और मार्गदर्शन के लिए हम सदैव उनके आभारी रहेंगे. उनके परिवार को ईश्वर यह दुख सहन करने की शक्ति दे.
वाडेकर ने तेंदुलकर को सलामी बल्लेबाज बनाने में अहम भूमिका निभाई. वाडेकर के कार्यकाल में ही अजहर के करियर को 1993 से 1996 के बीच नया जीवन मिला. इससे पहले न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में सीरीज हारकर वह खराब दौर से जूझ रहे थे.
अजहर ने ट्वीट किया,‘महान इंसान. उनके निधन से काफी दुखी हूं. सर मेरे लिए पितातुल्य थे. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे. परिवार को मेरी संवेदनाएं.