
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2019 के कुंभ को अनूठे इवेंट के तौर पर प्रस्तुत करना है। इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। योगी ने कहा कि कुंभ मेले के आयोजन को यूनेस्को की मान्यता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को दिया।
उन्होंने अर्ध कुंभ का नाम बदलकर कुंभ करने का कारण बताते हुए कहा कि सनातन संस्कृति में अर्ध कुछ भी नहीं होता। वर्ष 2019 के कुंभ में करीब 12 करोड़ लोगों के शामिल होने का अनुमान है। योगी ने कहा कि कुंभ मेले में आने वाले लोग यूपी के बारे में अनुभव लेकर जाएंगे। इसलिए इस आयोजन को हमें बेहतर से बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए। इस आयोजन के खूब प्रचार-प्रसार की भी जरूरत है।
राज्यपाल रामनाईक ने कहा, अक्सर हम अपने आयोजनों का महत्व तब महसूस करते हैं, जब विदेश की धरती से उसे मान्यता मिलती है। कुंभ को यूनेस्को की मान्यता मिलने से कुछ ऐसी ही अनुभूति हमें होगी। जब मेरे पास कुंभ प्राधिकरण बनाने के लिए अध्यादेश आया तो मैंने उसे तत्काल मंजूरी दे दी। उन्होंने कहा कि संचार क्रांति के कारण कुंभ में पहले से कहीं ज्यादा लोग आएंगे। इसलिए हमें तैयारी भी पहले से अधिक करनी होगी।
उन्होंने वर्ष 2013 के कुंभ के दौरान लखनऊ में रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि इसकी जांच रिपोर्ट से सबक जरूर लेने चाहिए। इसके सबक लेने पर नासिक कुंभ का आयोजन काफी सफल रहा था। पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कुंभ के महत्व पर प्रकाश डाला।
अतिथियों का स्वागत पर्यटन महानिदेशक अवनीश अवस्थी और आभार इलाहाबाद के कमिश्नर आशीष गोयल ने व्यक्त किया। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, बृजेश पाठक, ओमप्रकाश राजभर व आशुतोष टंडन आदि भी मौजूद रहे।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features