कांग्रेस ने एकबार फिर से केंद्र की मोदी सरकार और राज्य सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों से आज देश और प्रदेश की जनता त्रस्त आ चुकी है। उनकी पीड़ा और आवाज को आंदोलनों के जरिए उठाना भाजपा सरकार को नौटंकी लगता है तो कांग्रेस ये नौटंकी जारी रखेगी।
कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में सूर्यकांत धस्माना ने बीजेपी के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शनों को नौटंकी करार दिया गया था। धस्माना ने कहा कि मई 2014 से पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 108 से 129 डॉलर प्रति बैरल था और उस समय पेट्रोल कभी 71 रुपये और डीजल 56 रुपये से ऊपर नहीं गया। फिर भी बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ प्रदेशन को सड़कों पर उतरती थी। क्या वो नौटंकी थी।
उन्होंने सवाल किया कि आज अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 28 डॉलर से 42 डॉलर तक न्यूनतम कीमतों पर मिल रहा है। साथ ही पेट्रोल 82 और डीजल 80 रुपये में मिल रहा है। ऐसे में कांग्रेस विरोध कर रही है, तो क्या ये नौटंकी है। धस्माना ने कहा कोरोना काल में आज करोड़ों लोगों का रोजगार खत्म हो गया है, लेकिन सरकार उन्हें राहत देने की बजाय पेट्रोल-डीजल के दाम बेतहाशा बढ़ाकर उनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है।
पेट्रो पदार्थों की बढ़ती कीमतों का विरोध
युवा कांग्रेस ने डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के विरोध में शुक्रवार को कांग्रेस भवन में धरना-प्रदर्शन किया। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव वैभव वालिया ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी कर मुनाफा कमाना चाहती है। जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत सबसे निम्न स्तर पर पहुंच गई है। युकां प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने कहा कि लोग महामारी में आर्थिक रूप से परेशानी ङोल रहे हैं। धरने में युकां प्रदेश प्रवक्ता संदीप चमोली, जिला अध्यक्ष भूपेंद्र नेगी, राहुल प्रताप मौजूद रहे।