हिमाचल विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष कराने जिम्मा अर्धसैनिक बलों पर होगा. हिमाचल विधानसभा चुनाव इसी नवंबर के महीने में है. केंद्र सरकार ने हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए अर्धसैनिक बलों की 65 कंपनियां भेज रही है जिनमें करीब 6500 जवान होंगे. इसके अलावा 10 कंपनियों यानी एक हजार अर्धसौनिक बलों की मांग और की गई है.बड़ी खबर: डेरे में रखी गई शाही परिवार की ‘सीक्रेट मीटिंग’, जसमीत के नाम पर लगेगी मुहर
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत-तिब्बत सीमा पुलिस से 23 कंपनियां, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 15 कंपनियां, सीमा सुरक्षा बल की 15 कंपनियां और सशस्त्र सीमा बल की 12 कंपनियां ली जाएंगी. उन्होंने बताया कि टुकड़ियां रवाना हो चुकी हैं और चुनाव आयोग के निर्देशों के मुताबिक उन्हें राज्य में तैनात किया जाएगा.
हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए 50,25,941 मतदाता मताधिकार का प्रयोग करेंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में 459 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा जिनमें 425 पुरुष व 34 महिलाएं थीं. इस बार विधानसभा चुनाव में 338 प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें 319 पुरुष व 19 महिलाएं हैं.
प्रदेश चुनाव आयोग के मुताबिक स्वतंत्र और पारदर्शी चुनाव करवाने के लिए 37,605 लोगों को चुनाव ड्यूटी पर तैनात किया गया है. वृद्ध आश्रमों में रह रहे व कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों के लिए पांच निर्वाचन क्षेत्रों में सहायक मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं.
दिव्यांगों को ही पूरी तरह से मतदान करवाने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. इनमें धर्मशाला के गाबली स्थित वृद्ध आश्रम के लिए दाड़ी तीन, लाहुल स्पीति में की, बल्ह में वृद्ध आश्रम भंगरोटू के लिए भंगरोटू एक, शिमला ग्रामीण के बसंतपुर वृद्ध आश्रम के लिए बसंतपुर व कसौली क्षेत्र के अंतर्गत कुष्ठ रोग चिकित्सालय धर्मपुर शामिल हैं.
चुनाव सामग्री सभी स्थानों में भेज दी गई है जबकि फोटो मतदाता पर्चिया दो नवंबर को भेजी जाएंगी. दृष्टिबाधित मतदाताओं के लिए ब्रेल में मतदाता पर्चिया छापी गई हैं जिन्हें दो नवंबर को भेज दिया जाएगा.
शातिपूर्ण मतदान के लिए प्रदेश में पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ अन्य सभी आवश्यक प्रबंध पूरे करने में चुनाव आयोग जुटा है. दस और कंपनियां मांगने के अलावा 11 हजार पुलिस कर्मी व छह हजार गृहरक्षक भी चुनाव ड्यूटी पर तैनात होंगे. प्रदेश में अभी तक 74,058 शस्त्र जमा करवाए गए हैं.