नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एंटी करप्शन ब्यूरो यानी एसीबी के बहाने पीएम मोदी बड़ा निशाना साधा है। डीसीडब्लू में 85 गलत नियुक्तियों के मामले में स्वाति मालीवाल के खिलाफ एफआईआर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नाम का भी जिक्र है जिसके बाद अरविंद ने आरोप लगाया कि एसीबी ने पीएम के इशारे पर एफआईआर में उनका नाम डाला है।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पूरी एफआईआर में इस मामले में उनकी भूमिका के बारे में कोई जिक्र नहीं है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने पूरी एफआईआर पढ़ी ये जानने के लिए कि आखिर मेरी गलती क्या है। इसमें कहीं नहीं लिखा कि मेरा क्या रोल है? जांच रिपोर्ट में भी मेरा कहीं नाम नहीं है लेकिन अपराधियों की सूची में मेरा नाम डाला गया है।
केजरीवाल ने पीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि ये उनके ईशारे पर हुआ है। उन्होंने कहा कि किसी भी एफआईआर में मुख्यमंत्री का नाम ऐसी ही नहीं डाला जाता है। पीएम के एप्रूवल के बाद ही एफआईआर में मेरा नाम डाला गया है। अह अगर मुख्यमंत्री के खिलाफ एफआईआर हुई है तो चर्चा भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में विधानसभा सत्र बुलाकर देश के सामने तथ्य रखेंगे। एफआईआर का पूरा षड़यंत्र देश के सामने रखेंगे।
वहीं डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी कहा कि जांच में केजरीवाल का नाम नहीं है। एसीबी चीफ को भी पता नही कि एफआईआर में केजरीवाल का नाम है ये पीएम मोदी की तरफ से हो रहा है। जांच करने के बाद जब देखा गया कि केजरीवाल का नाम एफआईआर में नहीं है तब नाम ऊपर से जोड़ दिया गया। ये आप सरकार के खिलाफ साजिश है।
दिल्ली के एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख एमके मीणा ने अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर सफाई दी है। मीणा के मुताबिक जांच रिपोर्ट में केजरीवाल को आरोपी नहीं बनाया गया। मीणा के मुताबिक शिकायतकर्ता के आरोप के ही बाद केजरीवाल का नाम एफआईआर में रखा गया है। वहीं बीजेपी प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मुझे ये नहीं समझ आता कि केजरीवाल जी डरते क्यों हैं और हर चीज में प्रधानमंत्री का नाम क्यूं लेते है। उन्हें कानून का सम्मान करना चाहिए।