केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर फंसे यात्रियों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू एवं सर्च अभियान पांचवें दिन भी जारी है। बीते रविवार देर शाम तक स्निफर डॉग की मदद से सर्च अभियान जारी रहा। इस दौरान, 373 लोगों को केदारनाथ धाम से लिंचोली के लिए रवाना किया गया, जहां से उन्हें हवाई मार्ग से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वहीं लिंचोली से रामबाड़ा क्षेत्र तक सर्च अभियान पूरा किया जा चुका है, जिसमें अब तक किसी व्यक्ति के मिलने की पुष्टि नहीं हुई है।
आज यानी सोमवार तड़के से डीडीएमओ नंदन सिंह रजवार के नेतृत्व में डॉग स्क्वायड रामबाड़ा से भीमबली क्षेत्र में सर्च अभियान शुरू कर चुके हैं। सोमवार सुबह 100 लोगों को सुरक्षा बलों की देखरेख में केदारनाथ धाम से लिंचोली हेलीपैड के लिए रवाना कर दिया गया है। इन यात्रियों को लिंचोली से एयरलिफ्ट कर शेरसी हेलीपैड पर उतारा जाएगा। इसके अलावा एनडीआरएफ की टीमें जंगल एवं मंदाकिनी नदी के आसपास भी लगातार सर्च अभियान चला रही हैं।
गौरतलब दें कि बीते बुधवार को अतिवृष्टि और बादल फटने के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिंचोली, भीमबली, घोड़ापड़ाव और रामबाड़ा सहित कई स्थानों पर मार्ग बह गया था और अन्य जगहों पर पहाड़ी से भूस्खलन और बड़े-बड़े पत्थर आने से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था। इससे जगह-जगह पर श्रद्धालु फंस गए थे। फंसे श्रद्धालुओं को बाहर निकालने के लिए बृहस्पतिवार सुबह से जमीनी और हवाई मार्ग से बचाव अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में शुक्रवार से भारतीय वायु सेना के चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी जुड़े। अभी तक करीब 10 हजार लोगों को बाहर निकाला जा चुका है।