केरल पुलिस ने सिविक चंद्रन पर एक और यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया है। एक अन्य महिला लेखिका ने प्रसिद्ध लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता सिविक चंद्रन पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है। लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता पर यौन उत्पीड़न का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी उन पर एक अन्य महिला ने इसी प्रकार का मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद पुलिस ने उनपर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। इस मामले में वह अपनी अग्रिम जमानत के लिए अदालत के आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
कोयिलैंडी पुलिस थाने में शुक्रवार को महिला लेखिका ने चंद्रन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई , जिसमें उन्होंने फरवरी 2020 में एक बुक एग्जीबिशन के दौरान चंद्रन पर यौन शोषण करने का आरोप लगाया। पुलिस ने कहा है कि इस कंपलेन के आधार पर चंद्रन के खिलाफ दूसरा मामला दर्ज किया गया है।
अनुसूचित जनजाति समुदाय की एक महिला लेखिका ने सिविक चंद्रन पर पिछले सप्ताह के अंत में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पुलिस से लेखक के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की थी। लेखिका ने अप्रैल में किताब रिलीज समारोह के दौरान चंद्रन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि लेखक ने उसको फोन पर लगातार परेशान करता था।
लेखिका के शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने यौन उत्पीड़न के अलावा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के एक अन्य मामले में भी मामला दर्ज किया था। हालांकि चंद्रन के फरार होने के कारण पुलिस ने अभी तक उसको गिरफ्तार नहीं कर पाई है। मालूम हो कि इस मामले में आरोपी ने आदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसपर कोर्ट ने शनिवार को सुनवाई करते हुए अपने आदेश को दो अगस्त के लिए स्थगित कर दिया था।