गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन को लेकर आम तौर पर यह सुनने को मिलता है कि इससे महिलाओं के शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ते हैं। लेकिन ब्रिटेन में किए गए एक नए अध्ययन के निष्कर्ष इससे काफी उल्टे हैं।
गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन को लेकर आम तौर पर यह सुनने को मिलता है कि इससे महिलाओं के शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ते हैं। लेकिन ब्रिटेन में किए गए एक नए अध्ययन के निष्कर्ष इससे काफी उल्टे हैं। अध्ययन के मुताबिक, गर्भनिरोधक गोलियां लेने वाली महिलाएं 20 साल तक कुछ तरह के कैंसर से महफूज रहती हैं।
गर्भनिरोधक गोलियों के असर को लेकर सबसे लंबे समय तक चले इस अध्ययन में पाया गया कि इन गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं को आंत अथवा गर्भाशय का कैंसर होने का जोखिम बहुत कम हो जाता है। ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी ऑफ आबरदीन द्वारा कराए गए अध्ययन में उन महिलाओं में सभी तरह के कैंसर के जोखिम पर विचार किया गया जो गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं। इस अध्ययन में 46,000 महिलाओं को शामिल किया गया और 44 वर्ष तक इस अध्ययन को अंजाम दिया गया।
अध्ययन के नतीजों से पता चला कि गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं में जीवन के उस पड़ाव में कैंसर का खतरा बहुत कम होता है जब आमतौर पर कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है। 44 वर्षों के अध्ययन में पाया गया कि गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं को आंत अथवा गर्भाशय का कैंसर होने का जोखिम बहुत कम हो जाता है।