अभी-अभी: नोटबन्दी पर सुप्रीम कोर्ट का आया बड़ा बयान
बैंक की सर्वोदयनगर और खुर्रमनगर शाखा से नई करेंसी में एक करोड़ दस लाख व पुरानी करेंसी में एक करोड़ रुपये लेकर दोपहर लगभग डेढ़ बजे सभी गोल मार्केट पहुंचे। सारी करेंसी दो बक्सों में रखी थी। दीपांशु और गनर इंदर नई करेंसी का बक्सा लेकर बैंक के भीतर चले गए जबकि कैश वैन को किनारे खड़ी करके ड्राइवर सुनील और गनर केदारनाथ नीचे उतरकर आपस में बातें करने लगे।
पुरानी करेंसी का बक्सा वैन की पिछली सीट पर रखा हुआ था। इस करेंसी को विभूतिखंड स्थित बैंक की जोनल शाखा में जमा कराना था। घटना का पता चलने पर बैंक के चीफ मैनेजर एससी सिंह, एजीएम अखिलेश प्रसाद, सीनियर मैनेजर क्रेडिट वीके जैन सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी नीचे आ गए। क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की।
पहले वह निजी कंपनी की गाड़ी चलाता था। बैंक में सुनील को ऑफिस के छोटे-मोटे काम दिए गए लेकिन ड्राइविंग लाइसेंस होने पर कैश वैन चलाने में लगा दिया गया। पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
जिस जगह वारदात हुई, वहां हर वक्त चहल-पहल और भीड़ मौजूद रहती है। खास बात यह है कि बैंक की कैश वैन के बगल में ही पुलिस बूथ है और मात्र 50 मीटर की दूरी पर एएसपी ट्रांस गोमती का ऑफिस और महानगर कोतवाली है।
ऐसी जगह पर एक करोड़ रुपये उड़ाने की खबर ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया। इस वारदात ने राजधानी पुलिस की सक्रियता और सतर्कता की पोल भी खोलकर रख दी है। एजीएम अखिलेश प्रसाद ने बताया कि बक्से में 1000 रुपये के 50 और 500 रुपये के 100 पैकेट में एक करोड़ रुपये रखे हुए थे। बक्से का वजन करीब 50 किलो था। एक व्यक्ति अकेले बक्सा उठाकर भाग जाए, पुलिस को इस पर संशय है। पुलिस का मानना है कि वारदात में दो या दो से अधिक लोग शामिल होने चाहिए।