भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा टेस्ट मैच बुधवार से शुरू हो रहा है. मैच से पहले कप्तान विराट कोहली ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वह दौरे के लिए की गई टीम की तैयारी से खुश हैं, हमने सीरीज़ अपनी गलतियों की वजह से गवाई है. बता दें कि अभी एक दिन पहले ही टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि अगर टीम 10 दिन पहले अफ्रीका आती, तो नतीजे शायद अलग होते. ऐसे में कप्तान और कोच की सोच इस मामले में मेल खाती नहीं दिख रही है. गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका ने भारत को तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 से पीछे कर दिया है.
विराट कोहली ने कहा, “मुझे व्यक्तिगत तौर पर नहीं लगता कि हमारी तैयारी में कोई कमी थी. मैं अब सीरीज हारने के बाद यहां बैठकर उन पर चर्चा नहीं करना चाहता.” उन्होंने कहा, “हमारे पास तैयारी के लिए एक सप्ताह था, असल में पांच दिन, क्योंकि एक दिन हम सफर कर रहे थे. इस समय में हमने काम किया. जैसा मैंने कहा, हम यहां बैठकर उन बाहरी मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहते जिनके कारण हम हारे.”
कप्तान ने कहा, “यह हमारी गलतियां थीं, हमारी स्थिति को सही तरह से भुनाने की गलती से हम 0-2 से पीछे हैं. मैं किसी भी चीज को दोष नहीं दे रहा हूं. मेरा मानना है कि वह बातें भविष्य की रणनीति बनाने पर की जाने वाली चर्चाओं में काम आएंगी.”
वंडर्स की पिच के बारे में कोहली ने कहा, “यह निश्चित तौर पर पिछले मैच की विकेट से काफी अलग है. मैं कहूंगा की केपटाउन से मिलती जुलती, लेकिन इस पर थोड़ी घांस ज्यादा है. यह पूरे मैच के दौरान अच्छा खेलेगी.” कोहली ने साथ ही इस मैच में स्पिनरों को आराम देते हुए सभी तेज गेंदबाज खिलाने के संकेत भी दिए हैं.
उन्होंने कहा, “हम जरूर सभी तेज गेंदबाजों को उतारने के विकल्प के बारे में सोचेंगे. मुझे लगता है कि दोनों टीमें इसी बारे में सोचेंगी क्योंकि जैसा मैंने कहा हमने अभी तक 40 विकेट लिए हैं और हमें इस बात पर ध्यान देना है कि एक बार फिर इस मैच में दोबारा 20 विकेट कैसे लिए जाएं.” टेस्ट में नंबर-1 टीम के कप्तान ने कहा, “हमारी इस पर चर्चा होगी और साथ ही अन्य संयोजन पर भी.”
क्या बोले थे कोच शास्त्री
बता दें कि टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने इस बात को स्वीकारा था कि टीम को इस दौरे की शुरुआत दस दिन पहले करनी चाहिए थी जिससे खिलाड़ी यहां की परिस्थितियों से तालमेल बिठा पाते.
रवि शास्त्री ने कहा, ‘‘ सीरीज में 0-2 से पिछड़ने का मुख्य कारण ‘विदेशी हालात’ हैं. भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर 28 दिसंबर को पहुंची थी और पहला टेस्ट मैच पांच जनवरी से था. भारतीय कोच ने अभ्यास सत्र के बाद कहा था कि हम घरेलू परिस्थिति से परिचित है, हमें अपनी सरजमीं पर जूझना नहीं चाहिए था, लेकिन हम वहां भी जूझे और अच्छी वापसी की. मैं कहना चाहूंगा कि यहां अभ्यास के लिये 10 दिन और मिलते तो काफी बदलाव होता.’’
प्रैक्टिस की जगह हुआ घूमना-फिरना
आपको बता दें कि अफ्रीका के इस मुश्किल दौरे से पहले टीम इंडिया को दो दिवसीय अभ्यास मैच खेलने का मौका मिला था, जिसे रद्द कर दिया गया. भारतीय टीम मैनेजमेंट ने उस समय यह तर्क दिया था कि अभ्यास मैच की बजाय नेट प्रैक्टिस से टीम इंडिया को बेहतर तैयारियों में मदद मिलेगी.
लेकिन टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय खिलाड़ियों की प्रैक्टिस से ज्यादा शॉपिंग और घूमना-फिरना सुर्खियों में रहा. जाहिर है यह साउथ अफ्रीका के मुश्किल दौरे से पहले आदर्श तैयारी नहीं थी, जो टीम इंडिया के लिए महंगी साबित हुई.