कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर होने और तीसरी लहर की आशंका के बीच बिहार विधानमंडल दल के मानसून सत्र की तैयारी चल रही है। सबकुछ ठीक रहा तो जुलाई में दोनों सदनों की बैठकें शुरू हो सकती हैं। शर्त यह है कि तीसरी लहर अधिक खौफनाक न हो और दोनों सदनों के सदस्य वैक्सीन ले लिए हों। तैयारी के पहले चरण में विधानसभा सचिवालय उन विधायकों की सूची बना रहा है, जिन्होंने वैक्सीन की एक या दोनों डोज ले ली है।
उम्मीद की जा रही है कि पहले सप्ताह में यह आंकड़ा मिल जाएगा। वैसे, अभी तक की जानकारी यही है कि अपवाद को छोड़ कर अधिसंख्य सदस्यों ने वैक्सीन की पहली डोज ले ली है। उनकी संख्या अधिक है, जिन्होंने दोनों डोज लेकर खुद को बहुत हद तक महफूज कर लिया है। अपवाद में ऐसे सदस्य हैं, जो कोरोना से संक्रमित हुए थे। ये एक खास अवधि के बाद ही वैक्सीन ले सकते हैं। विधायकों और विधान परिषद के सदस्यों के अलावा दोनों सदनों में काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को वैक्सीन देने के लिए विशेष केंद्र बनाए गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा और परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह खुद इस बात की निगरानी कर रहे थे कि कोई भी वैक्सीन लेने से बच न जाएं।
पिछले साल सिर्फ 12 बैठक
कोरोना की पहली लहर का बहुत खराब असर विधानमंडल की पिछले साल की बैठकों पर पड़ा था। 2020 के 24 फरवरी को विधानमंडल के सत्र की शुरुआत हुई थी तो उसे 24 मार्च तक के लिए निर्धारित किया गया था। लेकिन, कोरोना के चलते 16 मार्च को ही बैठक स्थगित कर दी गई। इस दौरान सिर्फ 11 बैठकें हुईं। एक और बैठक सिर्फ एक दिन के लिए बुलाई गई। यानी साल भर में सिर्फ 12 बैठकें हुई। उस लिहाज से 2021 का साल अच्छा है। इस साल दो सत्रों में अबतक 27 बैठकें हो चुकी हैं।
दोनों सदनों के सदस्य सजग
संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि आम तौर पर विधानमंडल का मानसून सत्र जुलाई के अंतिम सप्ताह से शुरू होता है। दोनों सदनों के सदस्य सजग हैं। सभी सदस्यों ने टीका ले लिया होगा। कुछ विशेष बाधा नहीं उतपन्न हुई तो मानसून सत्र की बैठक समय पर शुरू हो जाएगी।
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