दिमाग हमारे शरीर का वो हिस्सा है जो हमारे पूरे शरीर को नियंत्रण करने का काम करता है। अगर हमारे दिमाग में किसी भी तरह की तकलीफ हो जाए तो ये शरीर के हर अंग पर प्रभाव डालता है। दिमागी समस्याओं और बीमारियों के बारे में बात करने बैठे तो इसके अनगिनत नाम सामने आते हैं। ऐसी ही एक समस्या है ब्रेन हेमरेज। डॉक्टरों के मुताबिक ब्रेन हेमरेज बढ़ती उम्र, हाई ब्लड प्रेशर, एन्यूरिज्म के फटने, हाई कोलेस्ट्रॉल, दिल की बीमारियां, मधुमेह, मोटापे व ड्रग्स आदि के सेवन से होता है। आज ब्रेन हेमरेज होने का एक मुख्य और कारण सामने आया है, शोधकर्ताओं के मुताबिक अत्यधिक एनर्जी ड्रिंक पीने से भी ब्रेन हेमरेज होने के खतरे बढ़ सकते हैं।इस बदलते मौसम में हर बीमारी से छुटकारा दिलाएगा ये खास जूस…
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के शोधकर्ताओं के अनुसार,अत्यधिक एनर्जी ड्रिंक पीने से दिल की बीमारियां और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है जिसकी वजह से आगे जाकर ब्रेन हेमरेज होने के आसार बने रहते हैं।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन
वहीं अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि एनर्जी ड्रिंक पीना खासकर उन लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, जिनको पहले से ही ब्लड प्रेशर या हृदय संबंधी समस्याएं होती हैं।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पेडियाट्रिक्स
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पेडियाट्रिक्स का कहना है कि बच्चों को कभी एनर्जी ड्रिंक का उपयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि एनर्जी ड्रिंक में मौजूद कैफीन बच्चों के दिल और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है जो कि आगे जाकर ब्रेन हेमरेज होने का खतरा बढ़ा सकता है।
आजकल लोगों में वजन कम करने की होड़ लगी रहती है, जिसकी वजह से वे भारी मात्रा में एनर्जी ड्रिंक का उपयोग करते हैं। जो जाने-अनजाने ब्रेन हेमरेज जैसी खतरनाक बीमारी को दावत देते हैं। आइए हम आपको बताते है इस खतरनाक बीमारी से बचने के कुछ नियम के बारे में, जो आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
-एट्रियल फाइब्रिलेशन दिल की धड़कन के अनियमित होने का संकेत है जो ब्लड क्लॉट्स, स्ट्रोक, हार्ट फेल या दिल की अन्य बीमारियों का कारण बन सकता है।
-जो लोग डायबिटीज से ग्रसित हैं, उन्हें पोषक आहार, व्यायाम व दवाओं के माध्यम से ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रण में रखना बहुत ही जरूरी है। साथ ही वे रोजाना के तनाव को नियंत्रण में रखने के लिए मेडिटेशन का सहारा भी ले सकते हैं। व्यक्ति को बढ़ती उम्र के साथ अपने खानपान के नमक कम खाने की आदत डाल लेनी चाहिए।
-कई लोगों का कहना हैं कि धूम्रपान करने से उन्हें राहत मिलती है और साथ ही उनका तनाव भी कम हो जाता है, जबकि यह गलत है। धूम्रपान करने से ब्लड क्लॉटिंग का खतरा होता है और साथ में जो तम्बाकू का सेवन करते हैं, उन्हें भी इसका खतरा रहता है।
-अगर आपके परिवार में पहले भी कभी किसी को हाई ब्लडप्रेशर की शिकायत रही है, तो डॉक्टरों के अनुसार आपको हर छह महीने में अपने खून की जांच करवानी चाहिए और अगर आप की उम्र 25 से अधिक हो गई है, तो आप को साल में एक परीक्षण जरूर करवाना चाहिए। शरीर के संकेतों को समझते हुए ब्रेन हेमरेज को खुद से दूर रखने के लिए ब्लडप्रेशर को नियंत्रण रखिए।