इस हीरो को आपने गोविंदा की फिल्मों में जरूर देखा होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज ये एक्टर कहां है और क्या कर रहा है?
ये एक्टर हैं हरीश कुमार जो फिल्म ‘प्रेम कैदी’ में करिश्मा कपूर के लीड हीरो बने थे। हरीश कुमार ने अपने करियर की शुरुआत तेलुगू फिल्मों से की, जिसके बाद वो कई तमिल और मलयालम फिल्मों में भी नजर आए। लेकिन लोगों को ये जानकर हैरानी होगी कि फिल्मों में अपने कदम जमाने के चक्कर में हरीश कुमार को ऐसी फिल्में भी करनी पड़ीं जो सॉफ्ट पोर्न थीं।
चूंकि उस दौर में इस तरह की ही बी-ग्रेड और सॉफ्ट पोर्न का चलन था, लिहाजा उनकी इन फिल्मों को कई भाषाओं में डब करके लोगों को दिखाया जाता था। सोफ्ट पोर्न फिल्मों के अलावा हरीश कुमार ने फिर लीड हीरो के तौर पर अपनी किस्मत आजमाई और कामयाब रहे।
लेकिन हरीश कुमार का हिंदी फिल्मों में आना एक करिश्मे जैसा था। तेलुगू में आई उनकी एक फिल्म ‘प्रेम कैदी’ जबरदस्त हिट हुई थी। इसकी सफलता से फिल्म के निर्देशक इस कदर प्रभावित हुए कि उन्होंने इसे हिंदी में बनाने के बारे में सोचा। बस इस फिल्म को इसी नाम से हिंदी में बना दिया गया जिसमें हरीश कुमार के साथ करिश्मा कपूर को साइन किया गया। खुशकिस्मती से ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर चल गई और हरीश कुमार को भी बॉलीवुड में एक पुख्ता जगह मिल गई।
एक तरफ जहां हरीश कुमार बॉलीवुड में एंट्री कर चुके थे वहीं दूसरी ओर मलयालम फिल्मों में उनकी लोकप्रियता में धीरे-धीरे गिरावट आने लगी। बावजूद इसके हरीश की किस्मत अच्छी रही क्योंकि बॉलीवुड में उनकी पहली हिंदी फिल्म हिट होने के बाद हर प्रोड्यूसर और निर्देशक ने उन्हें हाथों-हाथ लिया और कई फिल्मों में हरीश को काम करने का भी मौका मिला।
हरीश कुमार की किस्मत चमक गई क्योंकि उन्हें राजकुमार से लेकर गोविंदा, अनिल कपूर और रजनीकांत जैसे बड़े स्टारों के साथ काम करने का मौका मिला। देखते ही देखते चॉकलेटी चेहरे, मासूम सी मुस्कान और अनोखे स्टाइल के मालिक हरीश कुमार 90 के उस दशक में सभी के दिलोदिमाग पर छा गए।
लेकिन एक वक्त ऐसा आया जब धीरे-धीरे ये एक्टर हिंदी फिल्मों से गायब हो गया। 2001 में आई फिल्म ‘इंतकाम’ उनकी आखिरी फिल्म थी। कभी चॉकलेटी हीरो के तौर पर सभी के दिल पर राज करने वाले हरीश कुमार बाद में काफी मोटे हो गये जिसकी वजह से उनका हुलिया भी पूरी तरह बदल गया, पर एक्टिंग करने का जुनून तब भी खत्म नहीं हुआ।
इसी के चलते तकरीबन एक दशक बाद यानि 2011 में हरीश कुमार ने बॉलीवुड में वापसी करने की कोशिश की लेकिन कामयाबी हाथ नहीं लगी और इस तरह एक वक्त पर हिंदी फिल्मों का स्टार रहा ये हीरो पूरी तरह से गुमनामी में चला गया।