हार कर जीतने वाले को बाज़ीगर कहते हैं’ एक चर्चित हिंदी फिल्म का यह डायलॉग तो आपने सुना ही होगा, किन्तु खेल के मैदान पर तो जीतने वाले को ही बाज़ीगर माना जाता है. लेकिन इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच हुए मैच में हारने वाला बाज़ीगर बन गया और जीतने वाला बाहर हो गया. हैमिलटन में खेले गए इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच हुए इस मैच को जीतने के बाद भी इंग्लैंड फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहा और न्यूज़ीलैंड बाज़ीगर बन गया.
इंग्लैंड द्वारा दिए गए लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम के सलामी बल्लेबाज़ ने सलामी बल्लेबाज मुनरो ने 21 गेंद में सात छक्कों और तीन चौकों की मदद से 57 रन की पारी खेली और इस दौरान उन्होंने मात्र 18 गेंद में अर्धशतक पूरा किया, मुनरो के साथी सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने भी 47 गेंद में चार छक्कों और तीन चौकों से 62 रन की पारी खेली, इनके अलावा चैपमैन ने भी 37 रनों का उल्लेखनीय योगदान दिया. लेकिन फिर भी न्यूज़ीलैंड 192 रन ही बना सकी.
इससे पहले न्यूज़ीलैंड ने टॉस जीतकर, इंग्लैंड को बल्लेबाज़ी के लिए आमंत्रित किया. इंग्लिश टीम ने कप्तान मॉर्गन (80) और डेविड (53) की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में 194 रनों का लक्ष्य रखा, जिसे मेज़बान टीम हासिल नहीं कर पाई. लेकिन आपको बता दें कि, इससे पहले श्रृंखला में अपने सभी मैच हर चुकी इंग्लैंड को फाइनल में पहुँचने के लिए, इस मैच में कम से कम 20 रनों से जीत दर्ज करने की दरकार थी, जो नहीं हो सका. अब फाइनल न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच बुधवार को खेला जायेगा.