क्रिप्टोकोर्रेंसी में निवेश करने वाले निवेशकों को एक और झटका लगा है। हैकरों ने उनका 180 मिलियन डॉलर (18 करोड़ डॉलर) साइबर क्राइम के जरिए चुरा लिया है। यह चोरी एक डीसेंट्रेलाइज्ड फाइनेंस (De fi) प्रोजेक्ट Beanstalk Farms से हुई है। बता दें कि Beanstalk में यूजर रिवार्ड प्वाइंट पाता है। ऐसा तब होता जब वह सेंट्रल फंडिंग पूल में फंड डालता है। इसमें एक टोकन 1 डॉलर के बराबर आंका जाता है।
साइबर हमले की जांच कर रहा Beanstalk
Verge की रिपोर्ट के मुताबिक Beanstalk इस चोरी की जांच कर रहा है और जल्द ही इस बारे में जानकारी साझा करेगा। कंपनी ने Tweet में कहा कि हैकरों ने कंपनी के सिस्टम में सेंध लगाकर इस चोरी को अंजाम दिया है। ज्यादातर DeFi प्रोटोकॉल एकतरह के सिस्टम पर काम करते हैं। इस साइबर हमले को ब्लॉकचेन एनालिटिक्स कंपनी PeckShield ने सबसे पहले पकड़ा।
जनवरी में हैकरों ने 120 मिलियन डॉलर उड़ाए
बता दें कि इस साल जनवरी में हैकरों ने 120 मिलियन डॉलर के क्रिप्टो टोकन चुरा लिए थे। उन्होंने यह चोरी ब्लॉकचेन आधारित Defi प्लेटफॉर्म BadgerDao से की थी। जब तक साइबर हमले को रोका जाता तब तक कई सारे क्रिप्टो वॉलेट खाली हो चुके थे। इससे पहले दिसंबर में साइबर अपराधियों ने Qubit Finance से 80 मिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरंसी चोरी कर ली थी। अमेरिका ने इस हफ्ते उत्तर कोरिया के हैकर समूह Lazarus पर 625 मिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरंसी की चोरी का आरोप लगाया है।
क्रिप्टोकोर्रेंसी दुनिया के लिए बड़ा खतरा
यह भी खबर है कि निर्मला सीतारमण ने IMF की एमडी क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात के दौरान Cryptocurrency को पूरी दुनिया के लिए खतरा बताया है। निर्मला सीतारमण ने मुलाकात के दौरान कहा कि इस वर्चुअल करंसी का इस्तेमाल Money laundering और Terror Funding में होने का खतरा है। यह बड़ी चिंता का विषय है ।