भारतीय खानपान में मेन कोर्स के साथ अचार, चटनी, रायता और पापड़ ये सारी चीजें साइड डिश के तौर पर सर्व की जाती हैं। इन्हें परोसने का मतलब महज खाने का जायका बढ़ाना नहीं है, बल्कि इनका कनेक्शन हमारी सेहत से भी है। दही और अचार जहां हेल्दी गट बैक्टीरिया को बढ़ाने का काम करते हैं, तो वहीं चटनी पेट को ठंडा रहती है और पापड़ पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं। भोजन के साथ पापड़ खाने की परंपरा काफी पुरानी है। राजस्थान और गुजरात में तो हर मील के साथ पापड़ सर्व किया जाता है। पापड़ खाने से सेहत को और किस तरह के लाभ मिलते हैं और कैसे इसे खाना होता है सही, आज के लेख में हम इसी के बारे में जानने वाले हैं।
कैसे बनाया जाता है पापड़?
आमतौर पर पापड़ मूंग और उड़द दाल से बनाए जाते रहे हैं। रातभर इन दालों को पानी में भिगोकर रखा जाता है और फिर इसे महीन पीसा जाता है।
ज्यादातर पापड़ में अजवाइन, हींग, काली मिर्च पाउडर और नमक ये चार चीज़ें ही मिलाई जाती हैं। जो पापड़ का स्वाद तो बढ़ाती ही हैं साथ ही उसके फायदे भी।
पापड़ के फायदे
- अजवाइन, काली मिर्च, हींग…पापड़ में इस्तेमाल होने वाली ये सारी चीजें खाने को आसानी से पचाने का काम करती हैं। साथ ही गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग जैसी समस्याएं भी दूर रखती हैं।
- पापड़ एक हेल्दी स्नैक्स है। मतलब अगर आप वजन कम करने के प्रोसेस में हैं, तो पापड़ को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। जिससे पेट भी भर जाता है और कैलोरी भी नहीं बढ़ती।
- जी मिचलाने की समस्या हो रही हो, तो पापड़ खाने से काफी हद तक ये समस्या दूर हो जाती है।
पापड़ खाने का सही तरीका
पापड़ से होने वाले सेहत के फायदे तो आपने जान लिए, लेकिन इन फायदों को पाने के लिए जरूरी है इसे सही तरीके से खाना। अगर आप कभी-कभार पापड़ खाते हैं, तो इसे तलकर खाने में कोई समस्या नहीं, लेकिन अगर अकसर ही इसका सेवन करते हैं, तो बेहतर होगा इसे भूनकर खाएं।