बेंगलुरु: चाय व बिस्किट में आप कितना खर्च कर सकते हैं। कुछ हजार रुपये बस शायद। पर आरटीआई से इस बात का खुलासा हुआ है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारामैया ने तो चाय, पानी पिलाने और बिस्किट खिलाने के नाम पर ही 60 लाख रुपए उड़ा दिए। वह भी चार सालों में। आरटीआई के जरिये खुलासा हुआ है कि यह खर्चा उन लोगों पर हुआ जो सीएम से मिलने उनके घर पहुंचे थे।
बड़ी बात ये है कि सीएम हाउस में आने वाले लोगों के चाय व नाश्ते पर जो राशि खर्च की गई है उसे सीएम हाउस के खर्चे के साथ नहीं जोड़ा गया है। वहीं खातिरदारी के लिए आने वाले चीजों का बिल भी सीएम हाउस के बजाय किसी और के नाम पर बनता था। वहीं सीएम हाउस में आने वाले मेहमानों को अगर खाना खिलाया जाता था। तो उसका खर्चा भी इसमें नहीं जोड़ा गया है।
आरटीआई के जरिये पिछले चार साल की जानकारी मिली है। वो वाकई चौंकाने वाली है क्योंकि एक को नहीं बल्कि पूरे 60 लाख रुपए सीएम से मिलने आने वाले और उनके रिश्तेदारों पर खर्च किए गए हैं। साल 2013-2014 में चाय, कॉफी और मिनरल वॉटर पर दस लाख खर्च हुए। वहीं इसमें स्नैकस के नाम पर 13 लाख 65 हजार रुपए उड़ा दिए गए। इसके अलावा साल 2015-2016 में चाय-पानी का खर्चा बढ़कर 11 लाख हो गया।
इसमें से अकेले पानी और बिस्किट पर ही साढ़े 6 लाख से ज्यादा खर्च कर दिए गए। इसके अगले ही साल तो चाय व बिस्किट खाने वालों ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए क्योंकि अकेले चार लाख 60 हजार के बिस्किट उन लोगों ने हजम कर लिए जो सीएम सिद्धरामैया से मिलने उनके घर पहुंचे थे। वहीं मेहमानों की प्यास बुझाने में इस साल सात लाख रुपए खर्च हुए।
वहीं इस साल अब तक साढ़े चार लाख से ज्यादा का खर्चा बिस्किट खिलाने में तो वहीं सात लाख रुपए चाय-पानी के नाम पर बह चुके हैं। इन चार सालों में सीएम के घर और ऑफिस पहुंचे मेहमानों ने 22 लाख का बिस्किट पर हाथ साफ कर दिए तो वहीं मेहमानों ने अकेले 38 लाख की चाय और पानी गटक लिया।