साल 2017 की पहली तिमाही के दौरान देश में कनज्यूमर सेगमेंट में टैबलेट की बिक्री में 28 फीसदी की गिरावट देखी गई है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में इसमें सालाना आधार पर 18.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. यह भी पढ़े: माइक्रोसॉफ्ट ने दुनिया का सबसे बड़ा जहाज बनाया,अब पैंसेजर नहीं, इससे स्पेस में भेजे जाएंग
मार्केट रिसर्च फर्म इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन (IDC) की ‘क्वार्टर्ली पर्सनल कंप्यूटिंग डिवाइस ट्रैकर’ रिपोर्ट के मुताबिक, देश में साल 2017 की पहली तिमाही में कुल 7,01,000 टैबलेट की बिक्री हुई, जो कि पिछली तिमाही की तुलना में 2.2 फीसदी कम है. पिछली तिमाही में कुल 7,16,000 टैबलेट की बिक्री हुई थी.
आईडीसी इंडिया के एसोसिएट मार्केट एनालिस्ट (क्लाइंट डिवाइस) सेल्सो गोम्स का कहना है, ‘उद्योगों में बढ़ते डिजिटल प्रसार के कारण, कमर्शियल सेगमेंट, विशेष रूप से बड़े उद्यमों, सरकार और शिक्षा क्षेत्रों से टैबलेट की मांग बढ़ने की संभावना है. इससे भारतीय टैबलेट बाजार में कंपनियों को बने रहने के लिए आक्रामक रुप से वाणिज्यिक खंड के बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए.’
टैबलेट बाजार में 21.3 फीसदी हिस्सेदारी के साथ सैमसंग शीर्ष पर है . समीक्षाधीन अवधि में तिमाही आधार पर सैमसंग के टैबलेट की बिक्री में 21.3 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, डेटाविंड दूसरे स्थान पर है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 20.7 फीसदी और तीसरे स्थान पर लेनोवों की बाजार हिस्सेदारी 20 फीसदी है.
इसमें बताया गया कि iBall 4.7 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ चौथे नंबर पर और ऐपल पांचवें नंबर पर है. ऐपल के टैबलेट की बिक्री में समीक्षाधीन अवधि के दौरान 38.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.